रिपोर्ट:विकास गुप्ता
KNEWS DESK- हाल ही में सरगुजा जिले में कई नाबालिग स्कूली बच्चों द्वारा यातायात के नियमों का उल्लंघन कर वीडियो वायरल करने एवं आपराधिक घटनाओं में शामिल होने की घटनाओं को संज्ञान में लेकर पुलिस अधीक्षक सरगुजा के निर्देशन में बीते दिन जिला पंचायत सभाकक्ष में सरगुजा जिले के सभी प्राइवेट शिक्षण संस्थाओं के प्रबंधकों की मीटिंग आयोजित कर नाबालिग छात्र/छात्राओं के सतत विकास, सुरक्षा एवं अन्य समस्याओं के निराकरण हेतु लगातार कॉउंसलिंग कर तनाव मुक्त करने की पहल की गई।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा स्कूल प्रबंधकों से नाबालिग बच्चों के दोपहिया एवं चारपाहिया वाहन के चालन एवं उपयोग पर पूर्णतः प्रतिबन्ध लागू करने, स्कूल परिसर एवं परिसर के बाहर बच्चों के वाहन पाये जाने पर संस्था की जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए गए, सभी स्कूल टीचर की पुलिस वेरीफिकेशन कराने पश्चात ही शिक्षण कार्य कराने एवं बच्चों द्वारा स्कूल में लाए जा रहे सामानों की सतत जांच करने हेतु शाला प्रबंधकों को समझाईस दी गई।
बच्चों की सुरक्षा हेतु माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी दिशा निर्देशों का स्कूल परिसर, स्कूल बसों एवं अन्य कार्यक्रमों के दौरान सख़्ती के साथ पालन कराए जाने के दिशा निर्देश दिए गए, बच्चों के पालकों को समय समय पर एक साथ बैठाकर कॉउंसलिंग की व्यवस्था कराना सुनिश्चित करने हेतु बताया गया, निरंतर कॉउंसलिंग से नाबालिग छात्र छात्राओं को तनावमुक्त कर सतत विकास करने की बात बताई गई, पेरेंट्स मीटिंग व्यापक स्तर पर किये जाने एवं स्कूल परिसर में शिकायत पेटी लगाने जहां सीसीटीवी ना लगा हुआ हो जिससे शिकायतकर्ता छात्र-छात्रा अपनी गोपनीयता के लिए निश्चिंत रह सकें, नाबालिग छात्र – छात्राओं को इलेक्ट्रॉनिक गेजेट मोबाइल, टैब आदि स्कूल में लाने पर पूर्ण पाबन्दी किये जाने हेतु समझाईस दी गई।
बैठक के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे, सहायक परिछेत्र अधिकारी रविशंकर पाण्डेय, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अखिलेश कौशिक, महिला थाना प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश्वरी चौबे, सभी शिक्षण संस्थाओं के प्राचार्य /प्रबंधक एवं सम्बंधित अधिकारी कर्मचारी शामिल रहे।