कानपुर देहात में खूनी खेल, दो भाईयों की पीट-पीटकर हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार

KNEWS DESK- कानपुर देहात से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आपको बता दें कि यहां दो सगे भाइयों की पीटकर हत्या कर दी गई है। इतना ही नहीं परिवार की महिलाएं और बच्चों समेत छह लोग घायल हैं। मामूली सी बात पर विवाद हुआ था। जिसके बाद आरोपी ने लाठी डंडे से हमला बोल दिया।

ये है पूरा मामला

शाहजहांपुर निनायां गांव निवासी मोहन शुक्ला के पास पिकअप (लोडर) है। वह रात में पिकअप लेकर लौटा। उसने घर के पास ही रामवीर के घर के सामने खड़ा कर दिया। रामवीर (60) व इनके भाई सत्यनरायन शर्मा (70) ने विरोध किया। इस पर मोहन गाली गलौज करता हुआ चला गया। कुछ ही देर बाद वह परिवार के कई अन्य लोगों के साथ लाठी डंडों से लैस होकर आ गया। सत्यनारायन व रामवीर को लाठी डंडे से पीटना शुरु कर दिया। बुजुर्ग सत्यनारायन की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गंभीर रुप से घायल रामवीर ने कानपुर हैलट में दम तोड़ दिया। आरोपियों ने रामवीर की पत्नी मधु, बेटी मीनू, काजल व बेटा संजू समेत छह लोगों को पीटकर घायल कर दिया। इनका कानपुर हैलट में उपचार चल रहा है। घटना के बाद गांव में हडक़ंप मच गया। दो लोगों की हत्या की सूचना पर ग्रामीणों की मौके पर भारी भीड़ एकत्र हो गई।

तीन आरोपी हुए गिरफ्तार

ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि प्लाट में लोडर खड़ा करने को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद आरोपी पक्ष ने नशे की हालत में शर्मा परिवार पर हमला बोल दिया। बेरहमी से बुजुर्ग भाइयों व उनके परिवार को पीटा। रात होने की वजह से गांव के लोगों को घटना की जानकारी समय से नहीं हो सकी। आरोपी ताला बंद कर घर से फरार हो गए। एसपी ने बताया कि घटना के हर बिंदु पर छानबीन की जा रही है। घटना के मुख्य आरोपी मोहन शुक्ला, अंजली शुक्ला व प्रिया शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगा दी गई हैं।

क्या है असली सच्चाई?

डबल मर्डर के आरोपी मोहन शुक्ला के पूर्वज गांव के कई लोगों को करीब 12 बिस्वा जमीन बेंच गए थे। उसमें सभी लोग अपने हिसाब से मकान बनाकर रह रहे हैं। मोहन शुक्ला के पूर्वजों से गांव के ही धून बारी ने करीब दो बिस्वा जमीन खरीदी थी। वो जमीन धून बारी ने पांच साल पहले गांव के रामवीर शर्मा व सत्यप्रकार को करीब 75 हजार रुपये में बेंच दी। खास बात ये रही कि शुरू से लेकर अंत तक जमीन की बिक्री सिर्फ मौखिक रूप से होती रही। गांव के बुजुर्ग लोगों के बीच से रुपये का लेनदेन होने के बाद आपसी सहमत से कब्जा दे दिया गया लेकिन जमीन आज भी मोहन शुक्ला के नाम है।

ये भी पढ़ें-    मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे रणबीर कपूर ने पैपराजी को किया इग्नोर, वीडियो देख भड़के लोग

About Post Author