रिपोर्ट – प्रवेश पाण्डेय
उत्तर प्रदेश – 22 जनवरी को भगवान रामलला के विराजमान होने के बाद के पहले दीपोत्सव को लेकर ऐतिहासिक तैयारी की जा रही है। आज राम की पैड़ी पर दीपोत्सव का श्रीगणेश वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ भूमि पूजन किया गया। अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रतिभा गोयल की अध्यक्षता में यह भूमि पूजन हुआ। इस दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए अवध विश्वविद्यालय के साथ-साथ जिला प्रशासन भी तैयारी में लगा हुआ है। इस बार 25 लाख दीपों से राम की नगरी जगमग होगी। अवध विश्वविद्यालय के वालंटियर एक बार फिर नया कीर्तिमान हासिल करेंगे।
25 लाख दीपक प्रज्वलित करने का लक्ष्य
आपको बता दें कि अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रतिभा गोयल का बयान है कि तैयारी आज से शुरू कर दी गई है। आज भूमि पूजन हुआ है, और इस भूमि पूजन में हमने ईश्वर और माता सरयू से यही प्रार्थना की है कि सारा कार्य निर्विघ्न पूरा हो। राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 30,000 वालंटियर लगाए जाएंगे, जिनमें कुछ एनजीओ के भी वालंटियर शामिल होंगे। 25 लाख दीपक प्रज्वलित करने का जो हमारा लक्ष्य है, हमें पूरा विश्वास है कि पूर्व वर्षों की भांति हम इस वर्ष भी यह लक्ष्य पूरा करेंगे और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान हासिल करेंगे।
दीपक पहुंचने के बाद उन्हें लगाने का कार्य आरंभ
यस. यस. मिश्रा, दीपोत्सव नोडल अधिकारी का बयान, “भूमि पूजन आज 7:00 बजे माननीय कुलपति द्वारा संपन्न कराया गया है। भगवान श्री राम और मां सरयू से यही प्रार्थना है कि यह दीपोत्सव 2024 सफलतापूर्वक संपन्न हो सके। हमने यह प्रार्थना की और यह हमारी परंपरा है। दीपक सामग्री 25 तारीख से घाटों पर पहुंचना शुरू हो जाएगी। घाट प्रभारी वालंटियर्स से निवेदन किया जाएगा कि दीपक पहुंचने के बाद उन्हें लगाने का कार्य आरंभ करें। हमारी तैयारी 80% पूरी हो गई है, लेकिन कुछ सामग्री अभी बाकी है। हमारे लिए सबसे बड़ा चैलेंज दीपक, कैंडल, माचिस, बत्ती और तेल की उपलब्धता होती है, जो अब सब उपलब्ध हो चुका है। हमारे वालंटियर्स के लिए हम टी-शर्ट और कैप भी देंगे, ताकि वे सभी घाटों पर नजर आएं।”