KNEWS DESK... दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इन दिनों मुंबई के दौरे पर गए हैं और आज वह एनसीपी नेता शरद पवार से मुलाकात करेंगे. अरविंद केजरीवाल पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ दिल्ली में उनकी सरकार के खिलाफ लाए गये अध्यादेश का विरोध करने के लिए देश भर के सभी विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाक़ात कर रहे हैं। इसी क्रम में वे आक एनसीपी प्रमुख शरद यादव से मुलाक़ात करेंगे. दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल पिछले कुछ दिनो जितने भी राजनीतिक दलो से बड़े नेताओं से मुलाकात की है सभी से यही अनुरोध किया है कि वो राज्यसभा में इस अध्यादेश का समर्थन ना करें।
केजरीवाल इस अध्यादेश के खिलाफ विपक्ष को जोड़ने और अपने लिए समर्थन मांगने की कोशिश में जुटे हुए हैं। केजरीवाल चाहते हैं कि जब यह अध्यादेश बिल के रूप में केंद्र सरकार राज्यसभा में लाए तब पूरा विपक्ष एक साथ होकर इसका विरोध करे। ताकि यह कानून न बन सके।
केजरीवाल ने कही यह बात
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि हमने पंजाब, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु में देखा कि राज्यपाल कैसे सरकार को तंग कर रहे है। दिल्ली में इन्होंने जो किया वह जनतंत्र के खिलाफ है। देश की जनता को इस अहंकारी सरकार को हटाना चाहिए। मैं दीदी का धन्यवाद करूंगा कि इन्होंने कहा कि वे राज्यसभा में हमारा समर्थन करेंगी। राज्यसभा में अगर यह बिल गिर जाता है तो यह 2024 से पहले का सेमीफाइनल होगा।
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी केंद्र सरकार जो दिल्ली सरकार के खिलाफ अध्यादेश लेकर आई है उसका हम विरोध करेंगे और मैं सभी पार्टियों को भी इस पर साथ आने का आग्रह करती हूं। अगर जरूरत पड़ेगी तो फिर से सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
ममता ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था कि चुनाव के लिए केवल छह महीने रह गए हैं, हो सकता है उससे पहले भी कोई चमत्कार हो जाए और केंद्र की सरकार चली जाए। वे दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रही थीं।