उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, सांसदों के निलंबन की आंच अब देवभूमि उत्तराखंड भी पहुंच गई है। नाराज विपक्ष दलों ने पूरे प्रदेशभर में आज मोदी सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया….सभी जिला और ब्लॉक मुख्यालयों में भी कांग्रेसियों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर सांसदों के निलंबन को वापस लेने की मांग की है। आपको बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा से विपक्षी दलों के 146 सांसदों को निलंबित किया गया है। जिससे तमाम विपक्षी दलों में खासी नाराजगी है। विपक्ष का आरोप है कि मोदी सरकार के राज में लोकतंत्र खतरे में हैं। ऐसे में विपक्षी दलों का ये प्रदर्शन लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है। वहीं देहरादून में हुए राजभवन घेराव के दौरान तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने कांग्रेस के साथ मिलकर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की…..कांग्रेसियों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में राजभवन का कूच किया….इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हाथीबड़कला में बैरिकैडिंग की सहायता से राजभवन से पहले ही रोक लिया…जिसके बाद कांग्रेसियों की पुलिसकर्मियों से तीखी नोंक झोंक भी हुई….वहीं पुलिस ने प्रदर्शकारियों को गिरफ्तार कर लिया…वहीं एक तरफ जहां कांग्रेसी लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ने की बात कह रहे हैं.. तो दूसरी ओर भाजपा ने विपक्षी सांसदों पर किसानों और जाट समाज के आपमान का आरोप लगाया और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री के विरोध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी का पुतला दहन कर इनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की……
संसद की सुरक्षा पर उठे बवाल की आग बढ़ती जा रही है…ये आग बढ़ते बढ़ते पहले लोकतंत्र और अब किसानों और जाटों के अपमान तक जा पहुंची है। नतीजा ये हुआ कि आजाद भारत के इतिहास में अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई होते हुए लोकसभा और राज्यसभा से विपक्षी दलों के 146 सांसदों को निलंबित किया गया….इससे नाराज तमाम विपक्षी दलों ने पूरे देशभर में मोदी सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया…संसद की ये आग उत्तराखंड भी पहुंच गई है। शुक्रवार को पूरे प्रदेशभर में तमाम विपक्षी दलों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया… वहीं देहरादून में हुए राजभवन घेराव के दौरान तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने कांग्रेस के साथ मिलकर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की…..कांग्रेसियों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में राजभवन का कूच किया….इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हाथीबड़कला में बैरिकैडिंग की सहायता से राजभवन से पहले ही रोक लिया…जिसके बाद कांग्रेसियों की पुलिसकर्मियों से तीखी नोंक झोंक भी हुई….वहीं कांग्रेसियों का आरोप है कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से लोकतंत्र खतरे में है….विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश में सरकार लगी हुई है। वहीं सत्तापक्ष ने विपक्ष के आरोपों का पलटवार किया है
आपको बता दें कि विपक्षी दलों के सांसद संसद में हुई सुरक्षा चूक और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे थे…विपक्ष के हंगामे के कारण संसदीय कार्यवाही को बाधित करने के लिए दोनों सदनों के सांसदों को निलंबित किया गया। वहीं एक तरफ जहां कांग्रेसी लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ने की बात कह रहे हैं.. तो दूसरी ओर भाजपा ने विपक्षी सांसदों पर किसानों और जाट समाज के आपमान का आरोप लगाया और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री के विरोध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी का पुतला दहन कर इनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की……
कुल मिलाकर संसद की सुरक्षा पर उठे बवाल की आग बढ़ती जा रही है…ये आग बढ़ते बढ़ते पहले लोकतंत्र और अब किसानों और जाटों के अपमान तक जा पहुंची है। नतीजा ये हुआ कि आजाद भारत के इतिहास में अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई होते हुए लोकसभा और राज्यसभा से विपक्षी दलों के 146 सांसदों को निलंबित किया गया….सवाल ये है कि आखिर ये आग कब थमेंगी