इटावा। जनपद इटावा के बसरेहर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव बनकटी खुर्द में बड़े ही जोश और उत्साह के साथ दुल्हन के पिता और उसके भाई और पूरे परिवार ने शादी की तैयारियां की थी लेकिन वह सब एक सच्चाई सामने आ जाने के बाद सब कुछ बर्बाद हो गया और उनकी बेटी के हाथ पीले करने का सपना टूट गया ।
मामले की जानकारी देते हुए दुल्हन के पिता एवरन सिंह निवासी बनकटी खुर्द ने बताया कि उनकी बेटी लक्ष्मी उर्फ रश्मि की शादी औरैया जिले के सारी गांव के रोहित उर्फ विक्रम पुत्र राजेंद्र सिंह के साथ तय हुई थी।
उस समय उन्होंने कोई भी ऐसी बात नहीं बताई थी जिससे कि हम लोगों को शादी करने से ऐतराज हो हम लोग पूरी तरीके से शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे, और दो मई की शाम बारात हमारे घर पर आई जिसकी हमने आओ भगत की और कुछ देर बाद जयमाला का प्रोग्राम भी हुआ जहां पर मेरी बेटी और होने वाले दामाद एक साथ बैठे हुए थे जयमाला के कुछ देर बाद ही जब सात फेरों की रस्म होने थी और मंडप में जब सात फेरों रस्म की जा रही थी उसी दरमियान दूल्हा बने रोहित को दौरे पड़ने लगे और वे वहीं गिर पड़ा,जब उसकी बीमारी के बारे में पूछा गया तो मालूम पड़ा वह मिर्गी के मर्ज से पीड़ित हैं और फेरो के दौरान उसे मिर्गी का दौरा था जो उन लोगों ने हम लोगों ने पहले नहीं बताया,मेरी बेटी के सामने जब उसे मिर्गी का दौरा आया तो उसने शादी से साफ इन्कार कर दिया।
दुल्हन बनी लक्ष्मी ने जानकारी देते हुए बताया कि शादी तय हो जाने के बाद मेरी कई बार उनसे फोन पर बात हुई लेकिन उन्होंने कभी भी अपनी इस बीमारी का कोई भी जिक्र नहीं किया और जब जयमाला पर जाने के बाद हम लोगों की सात फेरों की रस्म चल रही थी उसी दरमियान उनको दौरे आ गए उनकी हालत को देख मैंने शादी से साफ इंकार कर दिया और आगे की रस्मों को नहीं किया उन्होंने और उनके परिवार ने मेरे साथ इतनी बड़ी बात छुपाकर धोखा किया है।3 दुल्हन की मां द्रोपति ने जानकारी देते हुए बताया कि शादी की रस्म चल रही थी उसी समय दूल्हे को मिर्गी का दौरा आ गया। और वह अजीब हरकते करते हुए बेहोश हो गया जिसके बाद मेरी बेटी ने शादी से साफ इन्कार कर दिया।
दूल्हा और उसके पिता मेरी बेटी पर और हम लोगों पर काफी देर तक दबाव बनाते रहे और शादी करने की बात कहते रहे लेकिन हम लोग नहीं माने फिर उन्होंने अपने छोटे बेटे से भी बेटी की शादी करने की बात कही जिस पर भी उन लोग राजी नहीं हुए हम लोगों ने सभी रिश्तेदारों के साथ बैठकर मामले को सुलझा दिया, जिसके बाद वह लोग बिना शादी कि अपनी बारात को लेकर लौट गए,और हमने कोई भी पुलिस कार्रवाई नहीं की है।