विशेष सत्र का आगाज़,विपक्ष फिर भी नाराज़ !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, 9 नवंबर को उत्तराखंड की स्थापना के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं. राज्य स्थापना की रजत जयंती के उपलक्ष्य में उत्तराखंड विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आज सोमवार से शुरू हो गया है. सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से हो रही है. विशेष सत्र के लिए राष्ट्रपति रविवार दोपहर देहरादून पहुंच गईं थीं. विधानसभा परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. विधानसभा के विशेष सत्र में राज्य की 25 साल की यात्रा और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की होगी. बताते चलें कि इससे पहले, 2015 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित किया था.कल सत्र की तैयारी को लेकर सत्ता पक्ष व विपक्षी दलों के विधानमंडल दल की बैठक भी हुई। देर शाम हुई कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक को लेकर नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि विधानसभा के विशेष सत्र का समय बहुत कम है। सभी विधायक अपने क्षेत्र की समस्याओं को भी सरकार के सामने रखना चाहेंगे ऐसे में सरकार केवल अपने 10 साल के कार्यकाल का गुणगान करना चाहती है। मगर कांग्रेस पार्टी के विधायक अपने मुद्दों के साथ सदन पहुंचेंगे। इस बैठक में विधानसभा सत्र के दौरान उठाने वाले मुद्दों को लेकर चर्चा की जा रही है। मगर विधानसभा का सत्र बहुत कम है ऐसे में सभी विधायक अपने मुद्दों को नहीं उठा पाएंगे।

 9 नवंबर को उत्तराखंड की स्थापना के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं. राज्य स्थापना की रजत जयंती के उपलक्ष्य में उत्तराखंड विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आज सोमवार से शुरू हो गया है. सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से हुई है.उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र में अपने संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी ने कहा उत्तराखंड के विकास में महिलाओं की अहम भूमिका है. उन्होंने राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए सरकार को बधाई दी. राष्ट्रपति ने कहा कि मैं खुद विधायक रहीं हूं, अगर एक विधायक सही से काम करे, तो जनता के अंदर और विश्वास बनेगा. मैं देख कर खुश हूं कि विधानसभा डिजिटल हुई है. राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तराखंड की सुंदरता और संस्कृति दोनों से प्रदेश समृद्ध है. उत्तराखंड की 25 साल की यात्रा विधायकों के सहयोग और कार्य से ही संभव है. उत्तराखंड अभी युवा है. आज ख़ुशी मनाने का दिन है, लेकिन आत्ममंथन भी बेहद जरूरी है कि कैसे देश इस राज्य की अलग पहचान बनाई जाए.

 

वही दूसरी और हुई देर शाम कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक को लेकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का कहना है कि विधानसभा के विशेष सत्र का समय बहुत कम है। सभी विधायक अपने क्षेत्र की समस्याओं को भी सरकार के सामने रखना चाहेंगे ऐसे में सरकार केवल अपने 10 साल के कार्यकाल का गुणगान करना चाहती है। मगर कांग्रेस पार्टी के विधायक अपने मुद्दों के साथ सदन पहुंचेंगे। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा का कहना है कि इस बैठक में विधानसभा सत्र के दौरान उठाने वाले मुद्दों को लेकर चर्चा की जा रही है। मगर विधानसभा का सत्र बहुत कम है ऐसे में सभी विधायक अपने मुद्दों को नहीं उठा पाएंगे।

दो दिवसीय विशेष सत्र को लेकर विपक्ष पहले से ही सरकार को घेरने की बात कर रहा है.वही कम समय और प्रदेश में आई आपदाओं पर चर्चा न होने को लेकर नाराजगी भी दिखाई दी है.वही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नैनीताल में दो दिन रहेगी. नैनीताल राजभवन के 125वें स्थापना दिवस में शामिल होंगी. कैंची धाम में दर्शन के साथ पूजा भी करेंगी. कुमाऊं विवि के दीक्षांत समारोह में भी हिस्सा लेंगी. राष्ट्रपति के दौरे को लेकर हल्द्वानी से नैनीताल  और कैंची धाम को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. 2 हजार से ज्यादा सुरक्षा कर्मी ड्यूटी पर तैनात हैं. यातायात का भी प्लान जारी है.इसके बाद देश में प्रधानमंत्री का 9 नवम्बर को दौरा प्रस्तावित है.जिसकी तैयारिया भी अब प्रदेश में जोरो शोरो से चल रही है.

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