बसपा सुप्रीमो मायावती ने चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुए संघर्ष पर चिंता जताया। उन्होंने का कि इस पर तुरंत काबू पाना जरूरी है। मायावती ने मंगलवार को इस मामले को लेकर ट्वीट किया। साथ ही उन्होंने भारतीय सेना की प्रशंसा की और कहा कि सेना ने अपनी ख्याति के अनुरूप काम किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन की सेना के बीच खूनी संघर्ष और उसमें कई सैनिकों के घायल होने की खबर अति-दुःखद व चिन्तनीय है। यूक्रेन युद्ध के परिणामों से पीड़ित एवं सहमी दुनिया में भारत-चीन सेना के बीच नए संघर्ष पर तुरंत कूटनीतिक तरीके से काबू पाना जरूरी है।
मायावती ने कहा कि भारतीय सेना ने चीन के साथ ताजा मामले में भी एक बार फिर जैसे को तैसा मुंहतोड़ जवाब देकर अपनी प्रसिद्धि के अनुरूप कार्य किया है, जो सराहनीय है। अब सरकार की जिम्मेदारी है कि अपनी कुटनीतिक कुशलता का परिचय दे, यही देश को उम्मीद है। अपनी इंटेलीजेंस को भी और मजबूत बनाना होगा।
2. भारतीय सेना ने चीन के साथ ताज़ा मामले में भी एक बार फिर जैसे को तैसा मुँहतोड़ जवाब देकर अपनी प्रसिद्धि के अनुरूप कार्य किया है, जो सराहनीय। अब सरकार की जिम्मेदारी है कि अपनी कुटनीतिक कुशलता का परिचय दे, यही देश को उम्मीद। अपनी इण्टेलिजेन्स को भी और मजबूत बनाना होगा। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) December 13, 2022
मायावती ने सपा पर साधा था निशाना
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा की प्रचंड जीत हुई थी। लेकिन रामपुर विधानसभा उपचुनाव में आजम खान की सीट पर सपा की पहली बार हुई हार हुई। जिसके बाद कहीं न कहीं यह बड़ा नुकसान रहा समाजवादी पार्टी के लिए। उपचुनाव यह चर्चा काफी गर्म है। जिसके बाद मायावती ने सपा पर निशाना साधा था। हुए कहा था वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि रामपुर में हुई हार के बारे में खासकर मुस्लिम समाज को अधिक सोचने और समझने की भी ज़रूरत है। जिससे कि आगे होने वाले चुनावों में धोखा खाने से बचा जा सके। वहीं उन्होंने खतौली विधानसभा की सीट पर भाजपा को मिली हार पर सवाल उठाया था।