मेरठ। सरधना क्षेत्र के गांव बहादरपुर में शनिवार सुबह तेज बरसात के दौरान बिजली गिरने से धमाका हो गया। आकाशीय बिजली गिरने से बहादुरपुर गांव एक माकन की दूसरी मंज़िल ढेह गई। जिसका मलबा आसपास की छतो व घरों में फैल गया। इससे आसपास के विद्युत उपकरण व घरों में भी दरार आ गई है। धमाके के चलते अन्य ग्रामीणों को काफी नुकसान हुआ है।
वीरभान पुत्र सूरजमल का परिवार गांव बहादुरपुर में रहता है। पीड़ित फर्नीचर का काम करता है। शनिवार की अलसुबह अचानक मौसम का मिजाज बदला और तेज बारिश शुरू हो रही थी। इस बीच लगभग 9 बजे आकाशीय बिजली गिरने से माकन की दूसरी मंज़िल पर बना कमरा ढेह गया । गनीमत रही कि उनका बेटा राजीव वर्मा व राहुल वर्मा कमरे के अंदर व्यायाम कर रहे थे। जैसे ही वो दोनों एक्सरसाइज करके नीचे आये तुरंत ही धमाके के साथ आकाशीय बिजली गिरने से कमरा ढह गया । गनीमत रही की पीड़ित के दोनों बेटों की जान बच गई । धमाके की आवाज सुनकर गांव में हड़कंप मच गया और काफी संख्या में ग्रामीण उनके घर की ओर दौड़े वहां पहुंचकर मलबे को हटाने में पीड़त परिवार की मदद की।
आकाशीय बिजली गिरने से पीड़ित के मकान की दो तरफ की दिवार मलबे में तबदील हो गई। मंजर ये था कि दीवारों का मलबा घर के जीने से लेकर आसपास की छत तक फैला पड़ा था। इसके आलवा मकान के विद्युत केबल, बिजली का मीटर, फ्रिज, वाशिंग मशीन, गीजर, बल्ब, टयूब लाइट समेत अन्य सामन फुंक गए।
गांव के ट्रांसफार्मर भी फुंके
मौके पर मौजूद अजय चेयरमैन ने बताया कि पीड़ित के आसपास संदीप, रजनीश, जयभगवान, राजेंद्र के मकान है। आकाशीय बिजली गिरने से उनके विद्युत उपकरण फूंक गए है। इसके अलावा उनके मकान में दरार भी आ गई है। जिससे पड़ोसियों को हज़ारों रुपए का नुकसान हुआ। गांव में लगे कई ट्रांसफार्मर भी फुंक गए है जिससे बिजली विभाग को भी बड़ा नुकसान हुआ है ।
तेज बारिश के बीच आकाशीय बिजली गिरने से हर कोई हैरान है। सभी की जुबान पर यही था कि दो बच्चे कमरे में व्यायाम कर रहे थे। अगर वह नीचे नहीं आते तो हादसा बड़ा हो सकता था। इस घटना के दौरान कोई भी तहसील का बड़ा अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। इससे ग्रामीणों में रोष है। लेकिन घटना के दौरान केवल हलके के सेक्रेटरी ही मौके पर पहुंचे और उन्होंने पीड़ित का हाल जाना।