KNEWSDESK- लोकसभा चुनाव का ऐलान हो गया है। यही वजह है कि सारी पार्टियां एक – दूसरे पर आरोप – प्रत्यारोप लगा रही हैं। उमर अब्दुला ने बुधवार को अमित शाह के अफस्पा वाले बयान को लेकर निशाना साधा है। अमित शाह के अफस्पा हटाने वाले बयान पर उमर अब्दुला ने पलटवार करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में चुनाव से पहले अफस्पा हटाने का बयान दिया गया है।
उमर अब्दुला ने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘जब केंद्र सरकार घोषणा करती है कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य है और आतंकवाद और अलगाववाद समाप्त हो गया है, तो उनके पास अफस्पा को हटाने में देरी करने का कोई कारण नहीं है। उनका मानना है कि और देरी की कोई जरूरत नहीं है। उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं 2011 से इस दिन का इंतजार कर रहा हूं। हमने अफस्पा हटाने के लिए बहुत प्रयास किए। राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची की बहाली के संबंध में लद्दाख के लोगों के साथ भी चुनाव के दौरान वादा किया गया। अब लोकसभा चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ भी ऐसा ही किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव के दौरान लद्दाख के लोगों से भी प्रदेश को छठी सूची में शामिल करने का वादा किया गया, लेकिन इसे अबतक पूरा नहीं किया गया। इसी तरह अब जम्मू कश्मीर में ठीक चुनाव से पहले अफस्पा हटाने का बयान दिया गया है। उमर ने कहा प्रदेश में अगर हालात सामान्य हैं तो अफस्पा को तुरंत हटाया जाना चाहिए।
AFSPA क्या है
AFSPA को ऐसे क्षेत्रों में लागू किया जाता है, जो अशांत क्षेत्र हैं। इसमें सेना बल बिना किसी वारंट के गिरफ्तार कर सकते हैं। कई ऐसे मामले हैं, जिनमें बल प्रयोग की भी इजाजत होती है। पूर्वोत्तर में सुरक्षाबलों के लिए ये कानून पास किया गया था। जब 1989 में जम्मू – कश्मीर में आतंकवाद बढ़ गया तो AFSPA को लागू कर दिया गया।