KNEWS DESK- हर कोई चाहता है कि वो एक लंबा और खुशहाल जीवन जिए। खुद को फिट रखने के लिए लोग खानपान और एक्सरसाइज करते हैं, ताकि वो निरोगी रहें और उनका जीवन खुशहाल रहे। दुनियाभर के वैज्ञानिक इंसान की उम्र लंबी करने पर काम कर रहे हैं। इसी बीच एक रिसर्च में सामने आया है कि पैरासाइट भी जीवन को लंबा बना सकते हैं। वैज्ञानिकों को शोध के दौरान एक ऐसा पैरासाइट मिला है, जिससे चींटियों की जिंदगी तीन गुना लंबी हो जाती है।
क्या है पैरासाइट
पैरासाइट वो जीव होते हैं, जो दूसरे जीवों पर आश्रित होते हैं। आसान शब्दों में कहें तो पैरासाइट परजीवी को कहते हैं। एनोमोटेनिया ब्रेविस नाम का ये पैरासाइट एक प्रकार का टेपवर्म है। जो चीटियों को संक्रमित करके उनकी उम्र तीन गुना बढ़ा देता है।
पैरासाइट किस तरह डालता प्रभाव
जर्मनी के गुटेनबर्ग यूनिवर्सिटी के चीटी विशेषज्ञ सुजेन फ्वाइटजिक और उनकी टीम ने अपनी रिसर्च में पाया कि संक्रमित चींटी को उसकी साथी चीटियां खाना खिलाती हैं और अपना मजदूरों वाला काम जारी रखती हैं। वो संक्रमित चींटी का ख्याल रखती हैं। यह पैरासाइट चीटी की आंतों में रहकर खास तरह के प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स उसके ब्लड में डालता है। हालांकि, इसका इन पर व्यापक असर पता नहीं लग पाया है, लेकिन इससे संक्रमित होने के बाद चीटियों का जीवन बढ़ जाता है।
चीटियां हो जाती हैं आलसी
आपको बता दें कि संक्रमित चीटी आलसी हो जाती है| उसका सारा काम कॉलोनी में मौजूद बाकी चीटियां करती हैं| इससे उन पर काम का बोझ बढ़ता है| जिस वजह से मजदूर की तरह काम करने वाली चीटियां अपने जीवन को पूरा नहीं कर पाती| उनमें तनाव बढ़ता है और काम के अधिक बोझ में वो मारी जाती हैं|
रानी चींटी से ज्यादा रखती हैं संक्रमित का ख्याल
किसी भी साथी चीटी के संक्रमित होते ही, बाकी मजदूर चींटियों का पूरा ध्यान रानी चीटी से हटकर बीमार चीटी पर चला जाता है. वो जवान दिखने वाली संक्रमित हो चुकी चीटी का ख्याल ज्यादा रखने लगती हैं. अब यह चीटी जवान कैसे दिखती है. ये पैरासाइट चीटी के हेमोलिंफ (जहां सबसे ज्यादा प्रोटीन होता है) में अपना प्रोटीन डाल देता है. जिससे एक नया रिएक्शन होता है और चींटी की उम्र धीमी पड़ जाती है।