के-न्यूज़, गुर्दे की पथरी का होना एक आम स्वास्थ्य समस्या है और यह 10 व्यक्तियों में से लगभग 1 को हो ही जाती है।
गुर्दे में पथरी बनने की वजह !
वर्तमान में गुर्दे की पथरी की समस्या हर रोज बढती जा रही है इसके पीछे की वजह है कि जब मूत्र में कैल्शियम, ऑक्सालेट, यूरिक एसिड और सिस्टीन जैसे कुछ पदार्थों की मात्रा बढ़ जाती है और ये आपस में जुड़ने लगते है और छोटे छोटे क्रिस्टल धीरे धीरे स्टोन का रूप ले लेते है।
पथरी बनने के जोखिम
1. कुछ बीमारियों, दवाओं, गलत आहार की आदतों से पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।
2. मूत्र में कैल्शियम या ऑक्सालेट की अत्यधिक मात्रा।
3. कम पानी पीने से और तरल पदार्थ की कमी से निर्जलीकरण होने पर।
4. कैल्शियम, विटामिन डी और विटामिन सी की अत्यधिक खुराक लेने पर।
5. बार-बार पथरी का होना – यदि किसी को पहले से गुर्दे की पथरी की शिकायत रही है, तो भविष्य में फिर से दूसरी पथरी होने का खतरा अधिक होता है, खासकर पुरुषों में। 10 – 30% पुरुष अगले 5 साल में फिर से पत्थर का शिकार हो सकते हैं
लक्षण:
1. पेशाब करने में कठिनाई, मूत्र में रक्त या उल्टी हो सकती है।
2.पथरी मूत्र के रास्ते में फंसा रह सकता है जिससे पेशाब कर्मे में बाधा उत्पन्न होती है और दर्द होता है।
3.गुर्दे में अगर पथरी बहुत छोटा हो तो वे रुकावट पैदा नहीं करते हैं, जिससे पथरी का कोई लक्षण नहीं दिखता है।
4.पेट या उसके निचले हिस्से में दर्द का होना जो कमर तक बढ़ सकता है।
बचाव:
1. खान पान की आदतों में कुछ बदलाव करके गुर्दे की पथरी को रोका जा सकता है।
2. प्रति दिन कम से कम 7- 8 गिलास पानी जरुर पीना चाहिए। ऐसा करने से गुर्दे में जमा हो रहे स्टोन मूत्र रास्ते से बाहर निकल जाते है।
3. भोजन में सोडियम को मात्रा कम कर दे और फास्ट फूड का सेवन कर कर दे क्योंकि इस सब में नमक को मात्रा अधिक होती है।
4. डॉक्टर की सलाह के बिना विटामिन डी की खुराक न लें
5. नियमित व्यायाम से ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और शरीर के वजन को नियंत्रित करें क्योंकि इनसे पथरी होने का खतरा कम होता है।