KNEWS DESK…. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार आज दिल्ली के लिए निकल चुके हैं|इसी बीच उन्होंने मीडिया से बात करते बताया कि अब उनकी तबियत बिलकुल ठीक हो गई है और उनका बीपी भी कंट्रोल है इसलिए वो आज दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं| शिवकुमार दिल्ली में हाईकमान से मिलने की योजना बनाकर आए हैं|
मीडिया से बातचीत के दौरान शिवकुमार ने कहा कि वह कोई पद पाने के लिए किसी को भी ब्लैकमेल नहीं करेंगे, सोनिया गांधी उनकी रोल मॉडल हैं|कांग्रेस सभी के लिए एक परिवार है|हमारा संविधान बहुत महत्वपूर्ण है| इसलिए हमें पार्टी के सभी लोगों के हितों की रक्षा करनी होगी|
डीके शिवकुमार : पार्टी एक माँ समान होती है,बच्चे की इच्छा पूरी करती है मां
♦डीके शिवकुमार ने कहा, पार्टी चाहे तो मुझको जिम्मेदारी दे सकती है. ये हमारा संयुक्त सदन है. यहां पर हमारी 135 संख्या है|मैं यहां किसी को बांटना नहीं चाहता| वे मुझे पसंद करें या न करें, मैं जिम्मेदार हूं| मैं किसी को बैकस्टैब नहीं करूंगा और न ही मैं किसी को ब्लैकमेल करूंगा|
♦डीके शिवकुमार ने कहा, पार्टी मेरी भगवान है, हमने इस पार्टी का निर्माण किया है, और मैं इसका हिस्सा हूं, और मैं इसमें अकेला नहीं हूं|हमने यह पार्टी बनाई है, हमने यह घर बनाया है,और मैं इसका एक हिस्सा हूं, एक मां अपने बच्चे को सब कुछ देती है|
सोमवार को कर्नाटक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तीनों पर्यवेक्षकों के साथ पार्टी विधायक दल का नेता चुनने को लेकर 15 मई को गहन विचार किया, लेकिन फिर भी कोई फैसला नहीं हो पाया|खरगे और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता आज डीके शिवकुमार के साथ विधायक दल के नेता चुनने पर विस्तार से चर्चा करंगे|
कर्नाटक में खरगे ने कांग्रेस विधायक दल के नेता चुनने के लिए वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को प्रेक्षक नियोजित किया था| तीनों प्रेक्षकों ने पार्टी के नए निर्वाचित विधायकों से अलग तरह से बात करके उनकी राय जानी थी|तीनों प्रेक्षक सोमवार शाम खरगे के स्थान पर पहुंचे| फिर वह पर काफी देर तक बैठक हुई|पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी बैठक में शामिल थे|बैठक के पश्चात सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा,कि प्रेक्षकों ने अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपी है| वह राज्य के नेताओं और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ राय-मशविरा करने के बाद ही कोई फैसला किया जाएगा|