KNEWS DESK, झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़ी जीत के साथ सत्ता में वापसी की है। उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ मिलकर सरकार बनाई है। अब राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहले ही शपथ ले चुके हैं और बताया जा रहा है कि उनकी पार्टी ने अपने हिस्से के छह मंत्रियों के नाम तय कर लिए हैं। अब कांग्रेस और राजद की तरफ से नाम तय किए जाने का इंतजार है। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में 16 सीटें जीती हैं, जिसके आधार पर उसे मंत्रिमंडल में चार सीटें मिलने वाली हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इस विषय पर चर्चा की। इसके बाद वे दिल्ली रवाना हो गए हैं, जहां केंद्रीय नेतृत्व से अंतिम निर्णय लिया जाएगा। राजद को इस गठबंधन में एक मंत्री पद मिल सकता है। इसके अलावा सीपीआई (एमएल) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सरकार में शामिल नहीं होगी, लेकिन बाहर से समर्थन जारी रखेगी। वहीं कांग्रेस पार्टी मंत्रियों के चयन में क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन बनाए रखने की कोशिश कर रही है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, महिलाएं, अल्पसंख्यक, और सामान्य वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए विचार-विमर्श किया जा रहा है। पार्टी की परंपरा के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व को अंतिम निर्णय का अधिकार दिया गया है।
9 दिसंबर से पहले मंत्रियों की घोषणा की संभावना
झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र 9 दिसंबर से शुरू होने वाला है। इससे पहले मंत्रिमंडल का विस्तार पूरा कर लिया जाएगा। इस विशेष सत्र के दौरान सरकार को विश्वास मत हासिल करना है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संकेत दिया है कि मंत्रिमंडल का शपथग्रहण 9 दिसंबर से पहले हो जाएगा।
कैबिनेट विस्तार पर चर्चा
28 नवंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शपथ लेने के बाद पहली कैबिनेट बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में सरकार के आगे के कार्यक्रमों पर चर्चा हुई और मंत्रिमंडल विस्तार को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया।