KNEWS DESK, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर रहे हैं। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार दोपहर 12.30 बजे राजभवन में नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। इस बार मंत्रिमंडल में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के विधायकों को जगह दी गई है।
कौन-कौन हो सकते हैं नए मंत्री?
झामुमो के मंत्री
- दीपक बिरुआ: चार बार विधायक रह चुके झामुमो के वरिष्ठ नेता। वह कोल्हान क्षेत्र से पार्टी के मजबूत स्तंभ माने जाते हैं।
- हफीजुल हसन: पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के बेटे। वह दूसरी बार विधायक बने हैं और अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- सविता महतो: दूसरी बार विधायक बनीं सविता महतो कुर्मी समुदाय से आती हैं और दिवंगत नेता सुधीर महतो की पत्नी हैं।
- रामदास सोरेन: घाटशिला क्षेत्र से विधायक। वह कई बार विधायक रह चुके हैं और दूसरी बार मंत्री बनाए जा रहे हैं।
- अनंत प्रताप देव: भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह पहले भी विधायक रह चुके हैं।
कांग्रेस के मंत्री
- राधा कृष्ण किशोर: पलामू के छतरपुर से विधायक। वह अनुसूचित जाति समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं और लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं।
- दीपिका पांडे सिंह: गोड्डा जिले के महागामा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक। वह दूसरी बार मंत्री बन रही हैं।
- इरफान अंसारी: जामताड़ा से तीसरी बार विधायक। वह मुखर नेता माने जाते हैं और पहले भी कैबिनेट का हिस्सा रहे हैं।
- शिल्पी नेहा टिर्की: मांडर विधानसभा क्षेत्र से विधायक। वह अपने पिता बंधु टिर्की की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं।
आरजेडी के मंत्री
- संजय प्रसाद यादव: गोड्डा से तीसरी बार विधायक। उन्हें लालू परिवार का करीबी माना जाता है।
इस मंत्रिमंडल विस्तार में क्षेत्रीय, जातीय और राजनीतिक संतुलन का ध्यान रखा गया है। झामुमो, कांग्रेस, और आरजेडी के बीच सत्ता का बंटवारा सहयोगी दलों के बीच विश्वास बनाए रखने की कोशिश के तहत किया गया है। हेमंत सोरेन ने 28 नवंबर को झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। 81 सदस्यीय विधानसभा में इंडिया गठबंधन को 56 सीटें मिलीं थीं, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को 24 सीटें। कैबिनेट की पहली बैठक में 9-12 दिसंबर तक विधानसभा सत्र बुलाने का निर्णय लिया गया है।