डिजिटल डेस्क- जम्मू-कश्मीर में मां वैष्णो देवी की यात्रा बुधवार सुबह से फिर से शुरू हो गई है। पिछले तीन दिनों से खराब मौसम के कारण यह यात्रा रोक दी गई थी। त्रिकुटा पर्वत श्रृंखला में भारी बारिश, तेज हवाओं और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर 5 अक्टूबर से यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था। अब मौसम में सुधार के बाद मार्गों को पूरी तरह साफ कर दिया गया है और श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए भवन की ओर बढ़ने की अनुमति दे दी गई है।
यात्रा सुचारू रूप से चालू
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) के अधिकारियों ने बताया कि यात्रा अब पूरी तरह सुचारू रूप से चल रही है। सभी सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा के बाद इसे फिर से शुरू किया गया है। सुरक्षा बलों और प्रशासन की टीमों ने कटरा से भवन तक के मार्ग पर मलबा हटाकर रास्तों को सुरक्षित बनाया है। बोर्ड ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान सुरक्षा निर्देशों का पालन करें और मौसम से जुड़ी जानकारी केवल आधिकारिक स्रोतों से ही प्राप्त करें। तीर्थयात्रियों में यात्रा शुरू होने की खबर से खुशी की लहर दौड़ गई है। सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु कटरा स्थित आधार शिविर से यात्रा पर निकल पड़े। कई भक्तों ने कहा कि तीन दिनों से यात्रा बंद होने के कारण वे कटरा में रुके हुए थे और अब मां के दर्शन की अनुमति मिलने पर बेहद राहत महसूस कर रहे हैं।
IMD की रिपोर्ट के बाद 7 अक्टूबर तक स्थगित हुई थी यात्रा
श्राइन बोर्ड ने 5 अक्टूबर को मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अलर्ट के बाद यात्रा को 7 अक्टूबर तक के लिए स्थगित किया था। बोर्ड ने एक बयान जारी कर कहा था कि प्रतिकूल मौसम की स्थिति को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया था कि जैसे ही मौसम सामान्य होगा, यात्रा को फिर से शुरू किया जाएगा। यात्रा के दोबारा शुरू होने का समय शारदीय नवरात्रि के पवित्र अवसर से भी जुड़ गया है। महा नवमी के मौके पर माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। भक्त मां सिद्धिदात्री की आराधना करते हुए भवन तक पहुंच रहे हैं, जो शक्तियों की दाता और महिषासुरमर्दिनी के रूप में पूजित हैं।
अगस्त में भी हुई थी यात्रा, कई लोगों की गई थी जानें
इससे पहले भी अगस्त में भूस्खलन के कारण यात्रा स्थगित करनी पड़ी थी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी। इस बार प्रशासन ने सभी आवश्यक एहतियाती कदम उठाए हैं ताकि यात्रा निर्बाध और सुरक्षित रूप से संचालित हो सके। अधिकारियों ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर निगरानी और नियंत्रण कक्ष सक्रिय हैं।