KNEWS DESK- जम्मू- कश्मीर के कई इलाकों में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है। राजौरी और पुंछ में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। सैन्य अधिकारियों को शक है कि आतंकवादी उस इलाके से बचकर भागने में सफल रहे हैं। आज भी जमीनी अभियान के साथ ड्रोन और हेलीकॉप्टर की मदद से राजौरी और पुंछ के घने जंगलों में आतंकियों की तलाश में सुरक्षा बल अभियान चला रहे हैं।
पुंछ जिले में सेना के दो वाहनों पर आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले के एक दिन बाद शुक्रवार को घटनास्थल से तीन लोग संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए। इनकी पहचान फिलहाल उजागर नहीं हो पाई है. पुंछ के डिप्टी कमिश्नर चौधरी मोहम्मद यासीन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनय कुमार तीन लोगों की मौत की रिपोर्ट के बाद बुफलियाज पहुंचे, जबकि जम्मू डिवीजनल कमिश्नर रमेश कुमार भी सुरनकोट पहुंचे हैं। ये लोग कौन थे, कैसे मारे गए आदि के बारे में फिलहाल सुरक्षा एजेंसियों की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है।
आतंकियों की टोह के लिए सुरक्षा बल इलाके की हवाई निगरानी कर रहे हैं। इसके लिए हेलीकॉप्टर के साथ ड्रोन की भी मदद ली जा रही है। साथ ही सेना ने जमीनी तलाशी अभियान तेज कर दिया है। हमले में कुछ सुराग हासिल करने के लिए भारतीय सेना ने अब तक कम से कम एक दर्जन स्थानीय लोगों को भी हिरासत में लिया है।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में जम्मू-कश्मीर पुलिस एसओजी और सीआरपीएफ की सहायता से बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इसमें मदद के लिए और अधिक सुरक्षा बलों को क्षेत्र में भेजा गया है।
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