KNEWSDESK– चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की बेल्ट एंड इनिशिएटिव फोरम में मुलाकात होगी। इस फोरम में दोनों देश के राष्ट्रपति मिलेंगे। चीन में बेल्ट एंड इनिशिएटिव फोरम अक्टूबर में होने वाला है। जानकरी के लिए बता दें कि, चीन ने रूस की यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में मदद की है। ऐसे में एक दूसरे के मददगार देश आमने- सामने होने वाले हैं तो पूरी दुनिया की नजर इस मुलाकात पर टिकी हुई है। आपको बता दें कि इससे पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग रुस का दौरा कर चुके हैं। दोनों के बीच दोस्ती देखनेे को मिली थी । उस दौरान अमेरिका की टेंशन बढ़ गई थी। दरअसल, शी जिनपिंग का तीन दिवसीय दौरा था। इस दौरे में शी जिनपिंग को विदाई देने व्लादिमिर पुतिन खुद आए थे। अब बताया जा रहा है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की मुलाकात एक बार फिर होनी है ।
मॉस्को में चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी के साथ एक बैठक में श्री पात्रुशेव ने कहा अक्टूबर में,हम बीजिंग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच संपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता की आशा करते हैं।
चीन पर कई तरह के प्रतिबंध
आपको पता दें कि , रूस यूरेशिया सेंटर के निदेशक अलेक्जेंडर गैब्यूव कहते हैं कि तियानमेन नरसंहार के बाद चीन पर कई तरह के प्रतिबंध लग गए थे । तब रूस मिलिट्री टेक्नॉलजी का एकमात्र स्त्रोत था । यहीं से दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण रिश्ते की शुरुआत हुई। आपको बता दें कि शीत युद्ध के दौरान चीन और रुस (सोवियत संघ ) एक दूसरे के दुश्मन थे। इन देशों में क्षेत्र को लेकर विवाद था ।1969 में इन देशों में टकराव हुआ था ।
इस सम्मेलन में हुए मजबूत संबंध
2007 में बवेरिया में म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन हुआ था । इस सम्मेलन में देशों के बड़े- बड़े नेता आए थे। इसमें ब्लादिमीर पुतिन भी शामिल हुए। इस सम्मेलन में व्लादिमीर पुतिन ने नाटो के विस्तार और अमेरिका के खिलाफ तीखा भाषण दिया था.