ईरान-इजरायल युद्ध का छठा दिन, ईरान ने दागी हाइपरसोनिक ‘फत्ताह-1’ मिसाइलें, इजरायल ने रिफाइनरीज और सैन्य ठिकानों पर किया जवाबी हमला

KNEWS DESK-  मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच छिड़ा युद्ध अब अपने छठे दिन में प्रवेश कर गया है और लगातार भीषण रूप लेता जा रहा है। ताज़ा घटनाक्रम में ईरान ने दावा किया है कि उसने इजरायल के खिलाफ ‘फत्ताह-1’ हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। यह अब तक की सबसे तेज़ और सटीक हमला करने वाली ईरानी मिसाइल मानी जाती है।

ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने बुधवार को सरकारी टेलीविजन पर एक आधिकारिक बयान में कहा कि “ऑपरेशन ऑनेस्ट प्रॉमिस 3” के तहत हमलों की 11वीं लहर में इन अत्याधुनिक मिसाइलों का उपयोग किया गया। बयान में यह भी दावा किया गया कि ईरानी वायुसेना ने “कब्जे वाले क्षेत्रों के आसमान पर पूरा नियंत्रण” हासिल कर लिया है।

दूसरी ओर, इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने दावा किया है कि उन्होंने तेहरान और अन्य रणनीतिक शहरों के पास स्थित ईरानी सैन्य कमांड सेंटर्स और रिफाइनरी सुविधाओं को निशाना बनाया है। इस हमले में भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है, हालांकि स्वतंत्र स्रोतों से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।

IDF प्रवक्ता के अनुसार, “हमने ईरान की मिसाइल क्षमताओं और तेल उत्पादन को कमजोर करने के लिए अत्यधिक सटीक ऑपरेशन अंजाम दिया है। हमारी वायुसेना हर संभावित खतरे को निष्क्रिय करने के लिए तैयार है।” इस युद्ध से न केवल ईरान और इजरायल, बल्कि पूरा मध्य पूर्व क्षेत्र तनाव में है। लेबनान, सीरिया, और इराक जैसे देशों में भी सैन्य गतिविधियां तेज हो गई हैं, जिससे एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध की आशंका गहराने लगी है। अमेरिका, रूस, और चीन समेत कई वैश्विक ताकतें स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और संयम बरतने की अपील कर रही हैं।

‘फत्ताह-1’ मिसाइल का इस्तेमाल इस जंग में एक निर्णायक और खतरनाक मोड़ की ओर इशारा करता है। यह मिसाइल ध्वनि की गति से कई गुना तेज़ चलती है और पारंपरिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम को चकमा दे सकती है। यदि ईरान का दावा सही साबित होता है, तो यह युद्ध की दिशा और वैश्विक रणनीति को नया रूप दे सकता है।

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