KNEWS DESK- पाकिस्तान में नए साल का जश्न नहीं मनाया जाएगा। दरअसल, पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने गाजा में लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए देश में नए साल के जश्न पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। देश के नाम एक संबोधन में काकर ने फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने और नए साल पर संयम और विनम्रता दिखाने का आग्रह किया।
क्यों जश्न नहीं मनाएगा पाकिस्तान?
कार्यवाहक प्रधानमंत्री काकर ने कहा कि 7 अक्टूबर को इजराइली बमबारी शुरू होने के बाद से लगभग 9,000 बच्चों की मौत के साथ हिंसा और अन्याय की सभी सीमाएं पार करने वाली इजराइली सेना द्वारा अब तक 21,000 से अधिक फिलिस्तीनियों को मार दिया गया है। पूरा पाकिस्तान और मुस्लिम जगत गाजा और वेस्ट बैंक में निर्दोष बच्चों के नरसंहार और निहत्थे फिलिस्तीनियों के नरसंहार पर बेहद पीड़ा की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने फिलिस्तीन को दो सहायता पैकेज भेजे हैं जबकि तीसरा तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान फिलिस्तीन को समय पर सहायता प्रदान करने और गाजा में मौजूद घायलों को निकालने के लिए जॉर्डन और मिस्र के साथ बातचीत में लगा हुआ है।
काकर ने कहा कि पाकिस्तान ने इजराइली रक्तपात को रोकने के लिए विभिन्न वैश्विक मंचों पर फिलिस्तीनी लोगों की दुर्दशा को उजागर करने की कोशिश की है और भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेगा। पाकिस्तान में नए साल का जश्न परंपरागत रूप से इस्लामी समूहों के प्रभाव के कारण बहुत बड़ा नहीं होता है, जो बल प्रयोग सहित विभिन्न तरीकों से उत्सव को रोकने की कोशिश करते हैं।
ये भी पढ़ें- घने कोहरे की चपेट में राजधानी दिल्ली और NCR, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट