KNEWS DESK, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर का रविवार देर रात 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह मेलानोमा नामक बीमारी से पीड़ित थे, जो एक प्रकार का स्किन कैंसर है और उनके लिवर और दिमाग तक फैल गया था। जिमी कार्टर के निधन पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया और उन्हें एक महान दूरदर्शी राजनेता बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर के निधन से बहुत दुख हुआ। वह एक महान दूरदर्शी राजनेता थे। उन्होंने वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए अथक प्रयास किया। भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत बनाने में उनका योगदान एक स्थायी विरासत छोड़ गया है। उनके परिवार, दोस्तों और अमेरिका के लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।”
भारत और जिमी कार्टर का खास नाता
जिमी कार्टर का भारत से विशेष जुड़ाव रहा था। वह भारत आने वाले तीसरे अमेरिकी राष्ट्रपति थे और उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। कार्टर के भारत दौरे के दौरान वह हरियाणा के एक गांव भी गए थे, जहां उनके सम्मान में उस गांव का नाम बदलकर “कार्टरपुर” रख दिया गया था।
भारत-अमेरिका साझेदारी की रखी नींव
जिमी कार्टर के भारत दौरे को भारतीय-अमेरिकी संबंधों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जाता है। जिमी कार्टर सेंटर के एक बयान के मुताबिक उनका भारत दौरा ही भारत-अमेरिका की स्थायी साझेदारी की नींव रखने का कारण बना, जिससे दोनों देशों को अनेक क्षेत्रों में लाभ हुआ। उनकी सरकार के बाद, अमेरिका और भारत ने ऊर्जा, मानवीय सहायता, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष सहयोग, समुद्री सुरक्षा, आपदा राहत, और आतंकवाद विरोधी क्षेत्रों में मिलकर काम किया।2000 के दशक के मध्य में दोनों देशों के बीच एक ऐतिहासिक सैन्य परमाणु समझौता हुआ था, जो भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार और सहयोग को और भी बढ़ावा देने का कारण बना। जिमी कार्टर का योगदान आज भी दोनों देशों के रिश्तों में महसूस किया जाता है।