KNEWS DESK- बांग्लादेश में अशांति और हिंसा के बीच 190 ट्रक चालक पड़ोसी देश से पश्चिम बंगाल के कूचबिहार आ गए हैं। बांग्लादेश में लाखों लोग सड़कों पर हैं। बता दें कि शेख हसीना ने सोमवार को ना सिर्फ प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, बल्कि उन्होंने अपनी बहन के साथ देश भी छोड़ दिया है। फिलहाल शेख हसीना भारत में हैं।
पड़ोसी देश बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास को अपने कब्जे में ले लिया है। उपद्रवियों की जश्न मनाते हुए तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर हर तरफ छाई हुई हैं। बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ छात्रों के नेतृत्व में लाखों लोग सड़क पर उतर आए। ये प्रदर्शनकारी 1971 के वॉर हीरो के परिवारों को सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी का आरक्षण देने का विरोध कर रहे थे।
जुलाई के अंत में ढाका यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट और पुलिस के बीच झड़प के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था। स्टूडेंट का आरक्षण विरोधी प्रदर्शन जल्द ही सरकार विरोधी प्रदर्शन में बदल गया। प्रदर्शनकारी 30 फीसदी आरक्षण खत्म करने की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग है कि योग्यता के आधार पर आरक्षण दिया जाए।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि शेख हसीना के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी, अपने समर्थकों को फर्जी तरीके से 30 फीसदी आरक्षण दे रही है। बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की बेटी शेख हसीना ने अलग-अलग कार्यकाल में करीब दो दशकों तक बांग्लादेश में सरकार चलाई है।
आरक्षण के विरोध में शुरू हुए विरोध प्रदर्शन में 300 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। हिंसा में रविवार को 99 लोगों की मौत हुई थी। पड़ोसी देश में उठापटक का असर भारत में भी दिख रहा है। ये भारत के लिए तनाव बढ़ाने वाला है क्योंकि भारत पहले ही पाकिस्तान बॉर्डर के साथ-साथ लद्दाख में चीन से लगी सीमा और म्यांमार बॉर्डर पर तनाव और अस्थिरता से निपट रहा है। शेख हसीना के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में सियासी हालात किस तरह बदलेंगे इस पर भी भारत की नजर रहेगी।
ये भी पढ़ें- Aaj Ka Rashifal: आज 06 अगस्त 2024 को कैसा रहेगा आपका दिन, जानें अपनी राशि का पूरा ब्यौरा