KNEWS DESK, भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सीमा विवाद को लेकर एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने जानकारी दी कि दोनों देशों के बीच सैनिकों की वापसी और पेट्रोलिंग के लिए सहमति बनी है। यह समझौता ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले हुआ है, जो कि 22-23 अक्टूबर को रूस में आयोजित होने वाला है।
प्रमुख बिंदु पर हुआ समझौता
- गश्त की सहमति: दोनों देशों ने LAC पर गश्त व्यवस्था को पुनर्स्थापित करने पर सहमति जताई है। यह निर्णय कई हफ्तों की चर्चा के बाद लिया गया।
- सैनिकों की वापसी: समझौते के अनुसार भारतीय और चीनी सेनाएं देपसांग और डेमचोक में अपनी पुरानी जगहों पर लौटेंगी। इससे 2020 में उत्पन्न हुए मुद्दों का समाधान होने की उम्मीद है।
- बफर जोन में गश्त: डिसइंगेजमेंट के बाद बफर जोन में गश्त की अनुमति दी गई है जिससे स्थिति में और सुधार की संभावना है।
कूटनीतिक चर्चाएं जारी
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ संभावित द्विपक्षीय बैठक के संदर्भ में विदेश मंत्रालय ने बताया कि हाल के हफ्तों में भारत और चीन के बीच कूटनीतिक और सैन्य चर्चाएं जारी हैं। बैठक के समय और विवरण का समन्वय किया जा रहा है।
सीमा विवाद का इतिहास
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद की शुरुआत 2020 में हुई थी जब चीन ने सीमा पर यथास्थिति में बदलाव किया। इसके परिणामस्वरूप गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। तब से दोनों देशों ने LAC पर सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी थी जिससे तनाव बढ़ गया।
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