इजरायल के हमले के बाद ईरान ने कहा- अब अमेरिका से परमाणु वार्ता ‘बेमतलब’, ओमान में प्रस्तावित बैठक पर संकट

KNEWS DESK-  इजरायल द्वारा ईरान पर किए गए हालिया भीषण हमलों के बाद ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता एक बार फिर संकट में पड़ती नजर आ रही है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अब अमेरिका के साथ आगे की परमाणु वार्ता “बेमतलब” हो गई है। यह बयान ईरानी राज्य टेलीविजन के माध्यम से सामने आया है, जिससे दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण रिश्तों में और खटास आने के संकेत मिल रहे हैं।

हालांकि ईरानी प्रवक्ता ने अभी तक औपचारिक तौर पर वार्ता को रद्द करने की घोषणा नहीं की है, लेकिन उनके बयान से यह स्पष्ट है कि तेहरान में अब अमेरिका के साथ परमाणु मुद्दों पर बात करने को लेकर गंभीर संदेह पैदा हो चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, अगले सप्ताह ओमान में अमेरिका और ईरान के बीच होने वाली उच्च स्तरीय बैठक प्रस्तावित है, लेकिन अब उस पर भी अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं।

यह बयान ऐसे समय आया है जब इजरायल ने “ऑपरेशन राइजिंग लॉयन” के तहत ईरान की कई परमाणु और सैन्य सुविधाओं पर हमला किया है। इन हमलों में ईरान की न्यूक्लियर प्रोग्राम से जुड़ी चार प्रमुख साइट्स को नुकसान पहुंचा है और कई शीर्ष सैन्य अधिकारी मारे गए हैं। ईरान का कहना है कि इस हमले में अमेरिका की अप्रत्यक्ष भूमिका रही है, क्योंकि इजरायली जेट्स ने अमेरिकी सहयोगी देशों के एयरस्पेस का इस्तेमाल किया।

गौरतलब है कि 2015 की जॉइंट कॉम्प्रिहेन्सिव प्लान ऑफ एक्शन (JCPOA) से अमेरिका 2018 में बाहर हो गया था। इसके बाद से अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु समझौते की बहाली को लेकर कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। अब ईरान की ओर से यह कड़ा बयान आने के बाद JCPOA की वापसी और क्षेत्रीय स्थिरता की संभावनाएं और कमजोर होती दिख रही हैं।

ओमान अब तक ईरान और अमेरिका के बीच बैकचैनल डिप्लोमेसी में एक शांतिपूर्ण मध्यस्थ की भूमिका निभाता रहा है, लेकिन मौजूदा हालात में उसकी भूमिका भी कठिन होती दिख रही है। यदि ओमान वार्ता टलती है या रद्द होती है, तो इससे न केवल ईरान-अमेरिका संबंधों पर असर पड़ेगा बल्कि पूरे मिडल ईस्ट में तनाव और अस्थिरता और बढ़ सकती है।

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