श्रीलंका: राजनीतिक अशांति के लिए लगाया गया 36 घंटे का कर्फ्यू सोमवार को हटा लिया गया है. सार्वजनिक परिवहन सामान्य सेवाएं श्रीलंका में अब बहाल कर दी गई हैं. आर्थिक संकट के खिलाफ सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद श्रीलंकाई मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को छोड़कर, रविवार रात को सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया.
आज श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे विशेष बयान जारी कर सकते हैं. राष्ट्रपति गोटभाया राजपक्षे के आज प्रधानमंत्री को कैबिनेट मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार कर सकते है.
आर्थिक संकट के बीच नए मंत्रिमंडल का गठन
आर्थिक संकट में श्रीलंका के लोगों में गुस्से को शांत करने की सरकार की कोशिशों के बीच सोमवार को नए मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई जा सकती है. देश के सभी 26 मंत्रियों ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
आर्थिक स्थिति को नहीं संभाल पाने को लेकर सरकार के प्रति लोगो का आक्रोश
शिक्षा मंत्री और सदन के नेता दिनेश गुणवर्धने ने कहा कि राजपक्षे अपने छोटे भाई राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के साथ बैठक करेंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘हमने देश के हालात के बारे में विस्तार से चर्चा की. तेल और बिजली संकट के समाधान निकलेंगे.’ लोगों में देश की आर्थिक स्थिति को संभाल नहीं पाने को लेकर सरकार के प्रति बहुत आक्रोश है. यहॉ तक की लोगों को तेल, रसोई गैस के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है.