वाशिंगटन: यूक्रेन पर हमले के बाद से ही रूस का कई देश विरोध कर रहे है। इस बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि, समस्या यह नहीं है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन बहुत स्मार्ट हैं बल्कि हमारे नेता बेवकूफ हैं।
राजनीतिक निर्वासन में रह रहे ट्रंप ने यूक्रेन संकट के बहाने बाइडेन और नाटो पर आक्रमण कर शनिवार को लाइमलाइट में आ गए. उन्होंने अपने झूठे दावों को फिर दोहराया कि 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में वोटों की चोरी की गई थी।
फ़्लोरिडा के ऑरलैंडो में ट्रंप बोले-
फ़्लोरिडा के ऑरलैंडो में सालाना कंज़र्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस में 86 मिनट तक बोलते हुए पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपनी कई पसंदीदा पंक्तियों को दोहराते हुए खूब तालियां बटोरीं. इस दौरान उन्होंने अपने खिलाफ “कट्टरपंथी वाम” दल पर हमला भी बोला।
ट्रंप ने बाइडेन की कमजोरी को ठहराया जिम्मेदार-
यूक्रेन की राजधानी कीव में बड़े पैमाने पर हुए विस्फोटों से चमक रहे आसमान के बीच ट्रंप ने जहां यूक्रेन पर रूस के हमले के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की कमजोरी को जिम्मेदार ठहराया, वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बुद्धि की प्रशंसा की।
हमारे चुनाव में धांधली नहीं होती तो यह आपदा नहीं होती- ट्रंप
तालियों की गड़गड़ाहट के बीच ट्रंप ने कहा, “जैसा कि हर कोई समझता है, अगर हमारे चुनाव में धांधली नहीं होती तो यह भीषण आपदा कभी नहीं होती.” उन्होंने कहा, “नाटो मनोवैज्ञानिक तौर पर रूस को टुकड़े-टुकड़े करने के बजाय स्मार्ट बनकर उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने का विचार करता रहा.”
उन्होंने कहा, “समस्या यह नहीं है कि पुतिन स्मार्ट हैं, बेशक वह स्मार्ट हैं, लेकिन असली समस्या यह है कि हमारे नेता बहुत बेवकूफ हैं.” एक साल तक जनता की नज़रों से दूर रहने के बाद, ट्रम्प के उत्साहपूर्ण स्वागत ने इसमें कोई संदेह नहीं छोड़ा कि एक बार के ही कार्यकाल में दो बार महाभियोग झेलने वाले राष्ट्रपति के लिए रिपब्लिकन पार्टी बहुत रोमांचित है।