इस्लामाबाद , अफगनिस्तान के काबुल में गुरुवार को एक धर्मिक केंद्र पर किए गए बन विस्फोट में तालिबान के एक प्रतिष्ठत मौलाना की मौत हो गई | आइएस ( इस्लामिक स्टेट ) ने इसकी जिम्मेदारी ली |आतंकवाद समूह इस्लामिक स्टेट से संबंध स्थानीय संगठन तालिबान और नागरिकों को तब से निशाना बना रहा हैं | जन से तालिबान ने पिछले साल अगस्त में देश की सत्ता पर कब्जा किया था | हमलावर मूल रूप से विकलांग था और उसने प्लास्टिक की एक नकली टांग लगा राखी थी | इसी नकली टांग में उसने विस्फोटक छिपाकर रखा था और बाद में डेटोनेटर की मदद से बम धमाके को अंजाम दिया | आइएस ने हमले की जिम्मेदारी ली हैं | अधिकारियों ने बताया की मौलाना की पहचान रहीमुल्ला हक्कानि के तौर पर हुई हैं जो पकिस्तान के दारुल उलूम हक्कानिया से पढे थे | उसका अरसे से तालिबान के साथ संबंध रहा हैं |तालिबान के उप प्रवक्ता बिलाल करीमी ने हक्कानि की मौत की पुष्टि की और उन्हे एक महान व्यक्तिव और बड़ा विद्वान बताया | कारीमी ने कहा की दुश्मन के क्रुर हमले में हक्कानि की मौत हुई हैं | उन्होंने हाल ही में लड़कियों को स्कूल जाने की अनुमति देने के पक्ष में सार्वजनिक रूप से बात की थी |