KNEWS DESK….मोबाइल फोन इस समय दुनिया के लिए ऐसी समस्या बन गयी है कि लोग अपनी जिंदगी का ज्यादातर समय इसी को रहे हैं । यह हमें मानसिक रूप से बीमार कर रहा हैं । बच्चों को तो इसकी बुरी लत तक लग रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे निकलने वाली रेडिएशन से सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि बड़े भी तमाम तरह की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। यहां तक कि इसके रेडिएशन से कैंसर की संभावना भी बढ़ जाती है।आइये जानते हैं कि किस फोन से सबसे ज्यादा रेडिएशन निकलता है और किस कंपनी के फोन से ये कम निकलता है।
फोन के रेडिएशन से कैंसर
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी इस पर शोध कर रही है कि फोन से निकलने वाले रेडिएशन से अन्य गंभीर बीमारियों के साथ साथ क्या कैंसर होने का भी खतरा है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO का कहना है कि फोन से निकलने वाले एक खास प्रकार के रेडिएशन से जिसे, RF रेडिएशन कहते हैं वो मस्तिष्क के कैंसर के जोखिम को बढ़ा देता है। इसलिए जितना हो सके उतना कम फोन इस्तेमाल करना चाहिए।
किस फोन में है सबसे ज्यादा रेडिएशन?
स्पेस्फिक एबसॉर्पशन रेट यानी SRA एक पैमाना बनाया गया है। इसी पैमाने से हमें ये पता चलता है कि किस फोन से कितना रेडिएशन निकल रहा है और यह किस तरह के रेडिएशन का असर हमारे शरीर पर ज्यादा होता है। हर मोबाइल बनाने वाली कंपनी इसकी जानकारी देश के रेग्यूलेटरी संस्था को देती है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि हम में से ज़्यादातर लोग फ़ोन ख़रीदते समय इस पर ध्यान नहीं देते।
साथ ही बता दें, बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, जर्मन फ़ेडरल ऑफ़िस फॉर डेटा प्रोटेक्शन ने साल 2018 के करीब एक लिस्ट बनाई, जिसमें कई नए और पुराने स्मार्टफ़ोन से निकलने वाले रेडिएशन की जानकारी दी गई। आपको जानकर हैरानी होगी कि सबसे ज्यादा रेडिएशन वाले फोन की लिस्ट में टॉप तीन फोन वन प्लस, हूआवी और नोकिया लूमिया थे। जबकि आईफोन-7 इसमें दसवें नंबर पर था।
सबसे कम रेडिएशन वाले फोन कौन से थे?
सबसे कम रेडिएशन वाले फोन्स की लिस्ट में सोनी एस्पीरिया एम 5 (0.14), सैमसंग गैलेक्सी नोट 8 (0.17), एस सिक्स एज प्लस (0.22), गूगल प्लस एक्सेल (0.25), सैमसंग गैलेक्ली एस 8 (0.26) और एस 7 एज (0.26) थे. वहीं मोटोरोला के भी कुछ फोन से रेडिएशन वनप्लस और हुआवी के मुकाबले कम निकलता है।