KNEWS DESK : गर्मियों में खीरे का खूब सेवन किया जाता है, हालांकि प्रेग्नेंट महिलाएं अगर अपने डाइट में खीरा शामिल कर रही है तो उन्हें इसके फायदे और नुकसान जान लेने चाहिए
तपती जलती गर्मी में सेहत का ध्यान रखना जरूरी होता है.ऐसे में खुद को स्वस्थ रखने के लिए गर्मियों के दिनों में लोग ऐसे फल और सब्जियां खाते हैं जो उन्हें ठंडा और हाइड्रेटेड रखते हैं.जब बात गर्भवती महिलाओं की आती है तो उन्हें भी इस गर्मी के मौसम में अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए बहुत सारे ताजे फल और सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है. हालांकि, होने वाली माताओं को इस बात से सावधान रहना चाहिए कि वे क्या और कितना खाती हैं. वहीं पोषण विशेषज्ञ गर्मियों में गर्भवती महिलाओं को खीरा खाने की सलाह देते हैं
खीरे में मौजूद पोषक तत्त्व
- विटामिन के
- कॉपर
- विटामिन सी
- मैग्नीशियम
- पोटेशियम
- मैंगनीज
- पानी
- आयरन
- पोटेशियम
- फोलेट
- कोलिन
प्रेग्नेंसी में ये बीमारियां होने पर न खाएं खीरा
- कोलाइटिस (Colitis)
- गुर्दे की सूजन (Chronic Nephritis)
- बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण गुर्दे में सूजन (Pyelonephritis)
- हेपेटाइटिस (Hepatitis)
- जठरशोथ (Gastritis)
- गैस्ट्रिक रिफ्लक्स डिजीज (Gastric reflux disease)
प्रेगनेंसी में खीरा खाने के फायदे
खीरे में 96.73 ग्राम पानी होता है। गर्मियों में शरीर में पानी की कमी हो जाती है। यह पानी की कमी खीरे से पूरी हो सकती है। गर्भावस्था में खीरा खाने से महिलाओं में पानी की कमी पूरी होती है। इससे मां और शिशु दोनों स्वस्थ रहते हैं। न्यूट्रीशनिस्ट पुनीता का कहना है कि खीरा में विटामिन के होता है। उसमें कैलोरी कम होती हैं और पानी की मात्रा प्रचूर होती है। आधे कम कप में 8 कैलोरीज होती हैं।
खीरे में विटामिन के, विटामिन बी, फोलिक एसिड और मैग्नीशियम पाया जाता है। यह महिलाओं के हृदय और मस्तिष्क के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। खीरे में भरपूर यह गुण महिलाओं को कई समस्याओं से दूर रखते हैं। खीरा खाने से इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस नहीं होता है।
जब शरीर में पानी की कमी पूरी होगा। कैल्शियम भरपूर मात्रा मिलेगा तो महिलाओं की हड्डियां मजबूत रहेंगी। महिलाओं में कैल्शियम की कमी ज्यादा होती है। यह कमी खीरा खाने से पूरी हो सकती है। खीरा शिशु के विकास में भी मदद करता है।
प्रेग्नेंट महिलाओं में पेट पर स्ट्रेच मार्क्स के अलावा खिंचाव महसूस होता है। यह परेशानी खीरे से सही हो सकती है। न्यू्ट्रीशनिस्ट पुनीता का कहना है कि खीरा खाने से महिलाओं के पेट की त्वचा की लोच ठीक (skin elasticity maintain) रहती है।
खीरे में ऐसे पोषक तत्त्व होते हैं जो सूजन से बचाते हैं। गर्भवती महिलाएं अगर गर्मियों में खीरे का सेवन करती हैं तो उन्हें सूजन से भी छुटकारा मिलता है। मौसमी फल और सब्जियां खाने गर्भवती महिलाओं को सही पोषक तत्त्व मिलते हैं।
मूड स्विंग्स को करे ठीक
गर्भवती महिलाओं में समय-समय पर मूड स्विंग्स होते रहते हैं। उन मूड्स को ठीक रखने में भी खीरा मदद करता है। यह एक तरह का मूड बूस्टर है। न्यूट्रीशनिस्ट का कहना है कि खीरे में विटामिन बी होता है जो मूड बूस्टर की तरह काम करता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी है कि वे मौसम के हिसाब से फल व सब्जियां खाएं। मौसमी चीजें खाने उनकी और बच्चे की सेहत सही रहती है। दोनों को सही पोषण मिलता है।