आई फ्लू ने बढ़ाई लोगों की टेंशन, संक्रमण से फैलती है बीमारी, लगातार बढ़ रही मरीज़ों की संख्या

मेरठ-  पहले लगातार हो रही भारी बारिश और अब भीषण गर्मी के साथ साथ जिले में आई फ्लू ने दस्तक दे दी है। आई फ्लू संक्रमण लगातार लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है एक आंकड़े के अनुसार एक सप्ताह से प्रतिदिन 15-20 मरीज आई फ्लू के अस्पताल पहुंच रहे हैं। सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि घबराने की जरूरत नहीं है। मौसम में नमी के कारण आंखों का संक्रमण फैलता है। सभी को इससे बचाव करने की जरूरत है। नेत्र रोग विशेषज्ञ ने बताया कि आंख से संबंधित 40 से 50 मरीज अस्पताल आ रहे हैं। एडिनोवायरस के कारण आंखें लाल हो जाती है साथ ही आंखें सूजी और चिढ़ी हुई, आंखों से पानी या चिपचिपा पदार्थ निकलने, आंखों में जलन या खुजली महसूस होने, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, सुबह पलकों पर पपड़ी जमने सहित कई परेशानियां देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि मरीज जांच अवश्य करवाएं। मरीज के संपर्क में आने से बचें ये बीमारी संक्रमण से फैलती है। किसी को आई फ्लू है तो उसके संपर्क में आने से बचें। अपने हाथ बार-बार साबुन और पानी से धोएं, अपनी आंखों को छूने से बचें, यदि आपको वायरल कंजक्टिवाइटिस है तो दूसरों के साथ तौलिया, वॉश क्लॉथ या आंखों का मेकअप साझा करने से बचें।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक डॉक्टर ने कहा कि कंजंक्टिवाइटिस वैसे तो कोई जानलेवा संक्रमण नहीं है हालांकि यह आंखों को नुकसान पहुंचाता है, इसलिए लोगों को इसे सीरियसली लेना चाहिए।कंजंक्टिवाइटिस 5-6 दिनों तक रह सकता है। इसे ‘पिंक आई’ इन्फेक्शन के नाम से भी जाना जाता है। ज्यादातर लोग मानते हैं कि यह बीमारी आई कॉन्टैक्ट करने से फैलती है। जबकि डॉक्टर का कहना है कि ये न तो हवा के जरिए फैलती है और ना ही आई कॉन्टैक्ट करने से फैलती है। कंजंक्टिवाइटिस किसी को तब प्रभावित करता है, जब वो किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई चीजों का इस्तेमाल करता है।

कैसे करें अपना बचाव?

1. साफ-सफाई का रखें ध्यान
2. बार-बार धोएं हाथ
3. आंखों को बार-बार न छुएं
4. किसी से भी अपना तौलिए, बिस्तर या रूमाल शेयर न करें
5. कॉन्टैक्ट लेंस से बचें
6. अपनी मर्जी से कोई भी दवा न लें
7. पब्लिक स्विमिंग पूल में जाने से बचें
8. संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रहें
9. संक्रमिक व्यक्ति की किसी भी चीज का इस्तेमाल न करें

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