KNEWS DESK- पिछले लंबे समय से टमाटर के भाव बढ़े हुए है हर कोई इसके दाम कम होने का इंतजार कर रहा है। आपको बता दें कि टमाटर के महंगा होने का मुख्य कारण है कि टमाटर की सेल्फ लाइफ बहुत कम होती है लेकिन हम यहां आपको लम्बी शेल्फ लाइफ वाले टमाटर के बारे में बताएंगे। जी हां, आपको जानकर हैरानी होगी कि एक ऐसी किस्म के टमाटर भी होते है जो 45 दिन तक खराब नहीं होते हैं आइए जानते हैं-
लम्बी शेल्फ लाइफ वाले टमाटर की इस खास किस्म का नाम “FLAVR SAVER TOMATO” है. इन टमाटरों को आमतौर पर “फ्लेवर सेवर” के नाम से जाना जाता है। जेनेटिक इंजीनियरिंग की भाषा में इसे CGN- 89564- 2 कहा जाता है।
आमतौर पर टमाटरों की शेल्फ लाइफ बहुत कम होती है और टमाटर काफी जल्दी पक जाते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए टमाटर को जेनेटिक इंजीनियरिंग के माध्यम से जीन साइलेंसिंग की टेक्निक द्वारा बनाया गया है। कैलिफ़ोर्निया की कैलगेन कंपनी ने टमाटर के नेचुरल कलर और टैस्ट में बदलाव लाए बिना उसके जल्दी से पकने की प्रक्रिया को धीमा कर दिया गया।
इन टमाटरों के जल्दी न पकने का कारण
टमाटर की सेल वॉल (कोशिका भित्ति) पेक्टिन की बनी होती है। जिसमें पीजी जीन पाई जाता है जो कि एक प्रोटीन पॉलीगैलेक्टुरोनेज़ एंजाइम है। पॉलीगैलेक्टुरिक एसिड के कारण टमाटर की सेल वॉल में मौजूद पेक्टिन वॉल सॉफ्ट हो जाता है। इसी कारण टमाटर पक जाते हैं लेकिन जीन मेथड द्वारा इस पीजी जीन को साइलेंट या सुप्रेस कर दिया जाता है जिस के कारण इन टमाटरों के अंदर यह प्रोटीन नहीं बनती है और यह ना जल्दी पकते है और ना ही जल्दी खराब होते हैं।