KNEWS DESK – हरतालिका तीज, हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जो सुहागिन महिलाओं और कुंवारी कन्याओं के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस साल हरतालिका तीज 6 सितंबर को मनाई जाएगी, और इस दिन के दौरान कई शुभ योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं कि इस वर्ष हरतालिका तीज पर कौन-कौन से योग बन रहे हैं और उनकी पूजा के समय का महत्व क्या है।
हरतालिका तीज 2024 के शुभ योग
रवि योग: यह शुभ योग सुबह 9 बजकर 25 मिनट से 7 सितंबर को सुबह 6 बजकर 02 मिनट तक रहेगा। रवि योग में की गई पूजा अत्यंत शुभ मानी जाती है और इससे व्यक्ति को यश, कीर्ति, और धन प्राप्त होता है। इस योग में पूजा करने से सुहागिन महिला और उसके पति के सम्मान में वृद्धि होती है।
शुक्ल योग: यह योग प्रात:काल से सुबह 10 बजकर 15 मिनट तक रहेगा। शुक्ल योग में पूजा करने से दांपत्य जीवन का क्लेश दूर होता है और घर में शांति बनी रहती है। इस समय पूजा करने से पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
ब्रह्म योग: यह योग सुबह 10 बजकर 15 मिनट से पूर्ण रात्रि तक रहेगा। ब्रह्म योग में पूजा करने से सुहागिन महिलाओं और उनके पतियों को स्वास्थ्य, बुद्धि, धन और बल की प्राप्ति होती है।
हरतालिका तीज पूजा विधि
मूर्ति निर्माण: हरतालिका तीज के दिन भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की बालू रेत या काली मिट्टी की प्रतिमा बनाएं।
पूजा स्थल की सजावट: पूजा स्थल को फूलों से सजाकर एक चौकी रखें। उस पर केले के पत्ते बिछाएं और भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।
पूजा का आह्वान: देवताओं का आह्वान करते हुए भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की पूजा करें।
सुहाग सामग्री: सुहाग की वस्तुओं को माता पार्वती को चढ़ाएं, जैसे धोती और अंगोछा शिवजी को चढ़ाएं।
दान और पूजन: सुहाग की सामग्री को सास के चरण स्पर्श करने के बाद दान कर दें।
शुभ योग में पूजा करने का महत्व
हरतालिका तीज के दिन शुभ योग में पूजा करने का विशेष महत्व है। इन योगों में की गई पूजा का फल अधिक शुभ होता है और मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होती हैं। सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है और देवी-देवताओं का आशीर्वाद से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं। साथ ही, व्यक्ति को धार्मिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है।
इसलिए, हरतालिका तीज पर शुभ योग में पूजा करना आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव और समृद्धि ला सकता है। सही मुहूर्त और शुभ योग का पालन करके आप इस पावन पर्व का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।