‘हम आपको रोते हुए नहीं देख सकते’…काजोल के बच्चों ने उनके काम को लेकर किया रिएक्ट

KNEWS DESK – बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री काजोल अब तक रोमांस, ड्रामा और फैमिली सिनेमा की पहचान रही हैं। लेकिन अब उन्होंने एक नया कदम उठाया है—हॉरर फिल्मों की दुनिया में। उनकी आने वाली फिल्म ‘मां’, जो 27 जून को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है, में काजोल एक मां की भूमिका में नजर आएंगी जो अपनी बेटी को अंधकार और बुरी ताकतों से बचाने की कोशिश करती है।

काजोल का हॉरर डेब्यू

30 साल से ज्यादा समय से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय काजोल ने अब तक कभी हॉरर फिल्म नहीं की थी। ऐसे में ‘मां’ उनके करियर की एक अनोखी फिल्म है। हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया कि यह फिल्म उन्हें एक कॉन्सेप्ट नोट के तौर पर मिली थी और पहली ही नजर में कहानी ने उन्हें बांध लिया। काजोल ने कहा, “मुझे पौराणिक कथाएं हमेशा से पसंद हैं। हमारी संस्कृति में इतनी गहराई है। मेरी पसंदीदा कहानियों में से एक है मां काली और रक्तबीज की कथा, और ‘मां’ का कांसेप्ट भी उसी तरह की ताकत को छूता है।”

डरावना लेकिन ताकतवर किरदार

फिल्म के ट्रेलर में कुछ बेहद डरावने दृश्य दिखाए गए हैं, जिनमें काजोल का किरदार शारीरिक और मानसिक पीड़ा से गुजरता नजर आता है। एक सीन में उनकी हड्डियां तक टूटती दिखाई गई हैं। इस पर काजोल ने मुस्कुराते हुए कहा, “मुझे तो यह सीन डरावना नहीं लगा क्योंकि मैंने इसे शूट किया था। लेकिन आसपास के लोग कह रहे थे कि वे मुझे इस हालत में नहीं देख सकते। यही तो हॉरर फिल्मों का असर होता है। अगर दर्शक इतना महसूस करें, तो फिल्म असरदार बनती है।”

बच्चों का रिएक्शन और पसंद

काजोल ने बताया कि उनके बच्चे युग और न्यासा ने फिल्म का ट्रेलर देखा है। हालांकि न्यासा को हॉरर फिल्में पसंद नहीं हैं, इसलिए शायद वह पूरी फिल्म न देखे। बच्चों की राय पर काजोल ने कहा, “मेरे बच्चे हमेशा मुझे कहते हैं कि मैं रोती क्यों हूं फिल्मों में? वो चाहते हैं कि मैं पापा (अजय देवगन) की तरह ‘गोलमाल’ जैसी फिल्में करूं। उन्हें बस हंसी चाहिए, कोई इमोशन नहीं।”

पेरेंटिंग के बारे में खुलकर बात की

फिल्म का नाम ‘मां’ होने की वजह से बातचीत पेरेंटिंग तक भी पहुंची। काजोल ने बताया कि वो पहले एक कंट्रोलिंग मां थीं, लेकिन अब वक्त के साथ उन्होंने अपने बच्चों को आजादी देना सीखा है। “अब मैं शांत हो गई हूं। बच्चों को अपनी सोच और अनुभव खुद बनाने चाहिए। मैं वैसे तो नहीं हूं जैसी मेरी मां तनुजा थीं, लेकिन उनसे मिले प्यार ने मुझे मजबूत बनाया है।”

काजोल ने बताया कि उनके बचपन में तीन पीढ़ियों के साथ रहना एक अनोखा अनुभव था। “मेरी मां, नानी और परनानी… सब साथ रहते थे और कोई भी 21 साल से ऊपर होता था, तो हमें कुछ भी बोल सकता था। वही अनुशासन और प्यार आज मेरे अंदर भी है, लेकिन एक नए रूप में।”

‘मां’ का निर्देशन कर रहे हैं विशाल फुरिया

फिल्म ‘मां’ का निर्देशन किया है विशाल फुरिया ने, जो इससे पहले भी हॉरर शैली में ‘छोरी’ जैसी फिल्म बना चुके हैं। फिल्म में काजोल के साथ रोनित रॉय और इंद्रनील सेनगुप्ता भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। ट्रेलर से ही फिल्म ने दर्शकों में डर और जिज्ञासा का माहौल बना दिया है।