KNEWS DESK – अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘पुष्पा 2’ 5 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई, लेकिन फिल्म की सफलता के साथ ही इसके प्रीमियर के दौरान हुए एक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। 4 दिसंबर को हैदराबाद के संध्या थिएटर में ‘पुष्पा 2’ की स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान मची भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई, जबकि उसका 8 साल का बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया।
महिला की मौत और बेटा घायल
हादसे में 35 वर्षीय महिला मोगुदमपल्ली रेवती की जान चली गई, जबकि उनका बेटा अभी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। इस हादसे ने फिल्म प्रेमियों और स्थानीय प्रशासन को झकझोर दिया।
अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी और जमानत
इस मामले में पिछले शुक्रवार, अभिनेता अल्लू अर्जुन को भी गिरफ्तार किया गया। हालांकि, उन्हें उसी दिन जमानत मिल गई थी, लेकिन पेपर वर्क में देरी के चलते उन्हें एक रात जेल में बितानी पड़ी। शनिवार सुबह वह अपने घर लौटे।
थिएटर प्रबंधन को पुलिस का नोटिस
हैदराबाद पुलिस ने इस मामले में संध्या थिएटर के प्रबंधन को लापरवाही का दोषी मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पुलिस आयुक्त सी.वी. आनंद के मुताबिक, थिएटर प्रबंधन ने सुरक्षा के कई मानकों का पालन नहीं किया और अभिनेता अल्लू अर्जुन के आने की सूचना पुलिस को नहीं दी।
नोटिस में थिएटर प्रबंधन की खामियां
- सुरक्षा प्रबंधन की कमी: थिएटर में न तो मेटल डिटेक्टर थे और न ही महिलाओं की तलाशी ली गई।
- अनुमति से अधिक भीड़: टिकट चेकिंग की प्रक्रिया को सही ढंग से नहीं किया गया, जिसके कारण बिना अनुमति के लोग अंदर घुस गए।
- अव्यवस्थित निर्माण: थिएटर में कम ऊंचाई वाले गेट और खराब पार्किंग व्यवस्था के चलते भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया।
- अनधिकृत फ्लेक्स बोर्ड और लाइटिंग: थिएटर ने बिना अनुमति के बड़े-बड़े फ्लेक्स बोर्ड लगाए, जिससे भीड़ का दबाव बढ़ा।
थिएटर का लाइसेंस रद्द होने का खतरा
पुलिस ने थिएटर मालिक रेणुका देवी को 10 दिन का समय दिया है, ताकि वे स्पष्ट करें कि उनका लाइसेंस क्यों न रद्द किया जाए। इस हादसे के बाद थिएटर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
महिला की मौत से बढ़ा विवाद
मृतक महिला मोगुदमपल्ली रेवती के परिवार ने इस हादसे को लेकर थिएटर प्रबंधन और आयोजकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिवार ने बताया कि सुरक्षा की सही व्यवस्था होती तो इस तरह की त्रासदी से बचा जा सकता था।