KNEWS DESK- बुधवार यानी 2 अगस्त को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने अलग-अलग राज्यों के 20 विश्वविद्यालयों को फर्जी बताया है| UGC ने कहा कि इन विश्वविद्यालयों को डिग्री देने का अधिकार नहीं है| इन फर्जी विश्वविद्यालयों की लिस्ट में 8 कॉलेज दिल्ली के भी शामिल हैं|
यूजीसी सचिव मनीष जोशी ने कहा कि यूजीसी के संज्ञान में यह आया है कि कई संस्थान यूजीसी अधिनियम के प्रावधानों के विपरीत डिग्री प्रदान कर रहे हैं| ऐसे विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान की गई डिग्री न तो मान्यता प्राप्त होगी और न ही उच्च शिक्षा या रोजगार के उद्देश्य से मान्य होगी| इनमें से किसी फर्जी विश्वविद्यालय को डिग्री प्रदान करने का अधिकार नहीं है|
दिल्ली के फर्जी विश्वविद्यालयों की लिस्ट
1: अखिल भारतीय सार्वजनिक और शारीरिक स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान
2: कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड दरियागंज
3: संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय
4: व्यावसायिक विश्वविद्यालय
5: एडीआर-सेंट्रिक ज्यूरिडिकल यूनिवर्सिटी
6: भारतीय विज्ञान एवं इंजीनियरिंग संस्थान
7: स्वरोजगार के लिए विश्वकर्मा मुक्त विश्वविद्यालय (ओपन यूनिवर्सिटी)
8: आध्यात्मिक विश्वविद्यालय (स्पिरिचुअल यूनिवर्सिटी)
यूपी के फर्जी विश्वविद्यालय
1: गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग (इलाहाबाद)
2: नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉम्प्लेक्स होम्योपैथी, कानपुर
3: नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपन यूनिवर्सिटी), अचलताल, अलीगढ़
4: भारतीय शिक्षा परिषद, लखनऊ
पश्चिम बंगाल के फर्जी विश्वविद्यालय
1: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन, कोलकाता
2: इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन एंड रिसर्च, कोलकाता
आंध्र प्रदेश के फर्जी विश्वविद्यालय
1: क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी, गुंटूर
2: बाइबिल ओपन यूनिवर्सिटी ऑफ इंडिया, विशाखापत्तनम
कर्नाटक के फर्जी विश्वविद्यालय
1: बदगानवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी, गोकक, बेलगाम
केरल के फर्जी विश्वविद्यालय
1: सेंट जॉन्स यूनिवर्सिटी किशनट्टम
महाराष्ट्र के फर्जी विश्वविद्यालय
1: राजा अरबी विश्वविद्यालय, नागपुर
पुडुचेरी के फर्जी विश्वविद्यालय
1: श्री बोधि उच्च शिक्षा अकादमी, थिलास्पेट, वजुथावूर रोड, पुडुचेरी