विद्यालय में रंग रंलिया मना रहे प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक, वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर BSA ने की बड़ी कार्रवाई

उत्तर प्रदेश, चंदौली। उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बबुरी प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक के अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।अश्लील वीडियो वायरल मामले में टीम गठित कर इसकी जांच कराई जा रही है। जांच में पुष्टि होने पर कठोर से कठोर कार्यवाही करने की बेसिक शिक्षा अधिकारी ने चेतावनी दी है।

बता दें कि बबुरी प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत सहायक अध्यापक व प्रधानाध्यापक का एक अश्लील वीडियो लड़की के साथ वायरल हो रहा है जिसकी जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी को हुई तो उन्होंने तत्काल इस मामले की जांच पड़ताल करना शुरू कर दिया और प्रथम दृष्टया इस मामले में विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक नियाज व प्रधानाध्यापक रत्नेश पांडेय के ऊपर कार्यवाही करते हुए उन्हें सस्पेंड करने का काम किया है।  संबंधित मामले में टीम गठित कर मामले की जांच की जा रही है।
बबुरी प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक द्वारा एक बगल के ही विद्यालय की गरीब छात्रा को निःशुल्क कोचिंग  पढ़ाने के बहाने गर्मी की छुट्टी में उसे प्रलोभन देकर विद्या मंदिर में दुष्कर्म किया जा रहा था जिसकी भनक ग्राम वासियों को लग गई, तो उन्होंने छत पर चढ़कर चोरी से उसका वीडियो बना लिया और ऐसे कृत्य करने वाले अध्यापकों को सबक सिखाने के लिए वायरल भी कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए दोनों पर कार्रवाई करते हुए निलम्बित कर दिया है। साथ ही BSA के द्वारा जानकारी दी गई इस मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की गई अगर पूरा मामला स्पष्ट होकर सामने आता है तो आगे और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिससे आगे कभी भी कोई इस तरह का कृत्य करने की कोशिश तक न करे। क्योंकि विघालय एक विघा का मंदिर है। विघा के मंदिर को अपवित्र और कंलकित करने का अधिकार संविधान ने किसी को नहीं दिया है।

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