रिपोर्ट: मो0 रज़ी सिद्दीकी
बाराबंकी: जिले में मार्फीन की तस्करी करने वाले शातिर तस्करों की गाड़ी पर पुलिस ने जमकर फायरिंग की। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। दरअसल लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर नाकेबंदी के दौरान पुलिस को तस्करों की गाड़ी की जानकारी मिली थी। जिसपर पुलिस तुरंत एक्टिव हुई और तस्करों को पकड़ने के लिए गाड़ी को घेर लिया। इस दौरान पुलिस ने पहले तस्करों को गाड़ी से बाहर आने के लिए कहा। लेकिन जब तस्करों ने वहां से भागने की कोशिश की, तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बाद में पुलिस ने दो तस्करों को दबोच भी लिया। साथ ही पुलिस ने मुठभेड़ की बात से इंकार किया है।
तस्करों ने गाड़ी से भागने की कोशिश की
यह पूरा मामला बाराबंकी जिले में रामसनेहीघाट कोतवाली क्षेत्र का है। जहां आधी रात के बाद नाकेबंदी के दौरान पुलिस ने मुठभेड़ में दो तस्करों को पकड़ा है। इस दौरान जमकर फायरिंग हुई। दरअसल देर रात करीब एक बजे पुलिस को सूचना मिली कि कुछ तस्कर गाड़ी से लखनऊ अयोध्या हाईवे से गुजर रहे हैं। इस पर एक्टिव हुई पुलिस लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर पहुंच गई. तभी मोहम्मदपुर गांव के पास पुलिस ने तस्करों को दौड़ाया। इस दौरान तस्करों ने गाड़ी से भागने की कोशिश की, जिसपर पुलिस ने उनकी गाड़ी पर जमकर फायरिंग की। इसके बाद तस्कर एक पेट्रोल पंप के पास पहुंचे, जहां भी पुलिस पहुंच गईं। यहां भी फायरिंग हुई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
मुठभेड़ के दौरान हुए गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक इसके बाद गाड़ी में मौजूद दो तस्कर सिद्धौर रोड की ओर भागे। तब पुलिस ने उन्हें दौड़ा लिया और जोरावरपुर गांव के पास मुठभेड़ में दोनों तस्करों को गिरफ्तार किया। इनके नाम आशाराम और हरजीत है। सूत्रों के मुताबिक तस्करी के इस काले धंधे में एक ग्राम प्रधान का भी नाम सामने आ रहा है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। वहीं पकड़े गए दोनों तस्करों के पास से पुलिस ने करीब एक किलो 75 ग्राम स्मैक बरामद की है। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमत एक करोड़ रुपये आंकी गयी है। वहीं बाराबंकी के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुठभेड़ के बाद दो तस्करों को पकड़ा गया है। पुलिस अभियुक्तों के विरुद्ध थाना रामसनेही घाट में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर पूछताछ कर रही है।