पटना:बिहार के सीएम नीतीश कुमार कुमार ने एक बयान में कहा था कि रामनवमी के अवसर पर नालंदा में जो दंगा हुआ था वह साजिश है.इस बात की पुष्टि बिहार पुलिस ने कर दी.बिहार पुलिस ने बिहारशरीफ में हाल की सांप्रदायिक घटना में सोशल मीडिया के माध्यम से षड्यंत्र का खुलासा करते हुए.केस दर्ज कर लिया है.
नालंदा जिले के बिहारशरीफ में रामनवमी जुलूस में हंगामे के बाद फैली हिंसा सुनियोजित साजिश व षड्यंत्र का हिस्सा थी.जिसमें काफी नुकसान हुआ है,वहीं इन घटनाओं में साईबर स्पेस में उन्मादपूर्वक धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले संदेश व कई अन्य पोस्टों के माध्यम से दंगा भडकाने वाले लोगों की जांच की जा रही हैं.
बिहार पुलिस का कहना हैं
“आर्थिक अपराध इकाई के इस दल के द्वारा बिहारशरीफ जाकर स्थलीय जाँच की गई और विभिन्न स्त्रोतों से Social Media Platform एवं Cyber Space में प्रसारित किये जा रहे सम्वादों एवं सन्देशों का गहन विश्लेषण किया गया, जिन्होंने साम्प्रदायिक हिंसा एवं विधि-व्यवस्था की गम्भीर समस्या को उत्प्रेरित किया था. प्रारम्भिक स्थलीय जाँच एवं संकलित डिजिटल साक्ष्य के आधार पर 15 नामजद अभियुक्तों एवं अन्य संदिग्धों के विरुद्ध आर्थिक अपराध थाना काण्ड संख्या-07/2023, दिनांक 08.04.2023, धारा-153/153A (1) (a) / 153A (1) (b) /153A (1)(c)/297/505 (1)(b) / 505 (1) (c) / 120 (B) भा०द०वि० एवं धारा 66 / 66 (F) IT. Act, 2000 दर्ज कर इसका अनुसंधान प्रारम्भ किया गया है.”
बिहार पुलिस के अनुसार
“अभी तक के अनुसंधान के क्रम में पता चला कि कुछ Vested Interest Group / संगठनों के द्वारा एक सोचे-समझे एवं सुनियोजित षडयंत्र के तहत रामनवमी जुलूस की आड़ में धार्मिक उन्माद एवं साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने का कार्य किया गया । साइबर / सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से साम्प्रदायिक उन्माद / धार्मिक कटुता तथा एक सम्प्रदाय विशेष के प्रति भ्रामक सन्देशों एवं खबरों को प्रसारित करने में इनकी अहम भूमिका थी.”