हरियाणा में दो मुस्लिम युवकों को जिंदा जलाने के मामले की जांच कर रही पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोपी श्रीकांत की पत्नी ने आरोप लगाए हैं कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान उसकी पिटाई की और वो नौ महीने की गर्भवती थी। पुलिस द्वारा बड़ी ही बर्बरता और बेरहम पिटाई से उनके बच्चे की मौत हो गई। अब हरियाणा पुलिस पीड़िता की शिकायत पर मामले की जांच कर रही है। श्रीकांत पंडित की मां दुलारी देवी ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके दो अन्य बेटों को जबरन उठा लिया। आपको बता दें कि दुलारी देवी भी मोनू मानेसर के नेतृत्व वाले गौ रक्षा समूह की सदस्य हैं।
राजस्थान पुलिस ने दो मुस्लिम युवकों को जिंदा जलाने के आरोप में बजरंग दल से जुड़े पांच लोगों को आरोपी बनाया है। जिनमे मोनू और श्रीकांत पंडित सहित चार लोग अभी भी फरार चल रहे हैं। नूंह के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला का कहना है की दुलारी देवी द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोपों पर हमने जांच शुरू कर दी गई है। अगर कोई दोषी पाया गया तो उसे सजा जरूर मिलेगी। पीड़िता को न्याय जरूर मिले गा।
दुलारी देवी ने आरोप लगाया कि राजस्थान पुलिस की टीम ने शुक्रवार सुबह उनके परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की थी। उन्होंने महिलाओं को भी नहीं छोड़ा, जिसमें उनकी बहू और श्रीकांत की पत्नी भी शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राजस्थान पुलिस के 40 से अधिक जवानों की एक टीम जबरन उसके घर में घुस गई और श्रीकांत के ठिकाने के बारे में पूछताछ करने लगी। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, “जब मैंने उन्हें बताया कि मेरा बेटा घर पर नहीं है तो उन्होंने मुझे और मेरे बेटे की गर्भवती पत्नी कमलेश को पीटा। उन्होंने गालियां दीं और मेरे दो बेटों विष्णु और राहुल को अपने साथ ले गए। हमें अभी भी उनके ठिकाने के बारे में पता नहीं है।”
दुलारी देवी ने दावा किया कि उनकी बहू के गर्भ के नौ महीने का बच्चा था। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, “पुलिस ने श्रीकांत की गर्भवती पत्नी के पेट पर भी लात मारी। इसके बाद उसके पेट में दर्द होने लगा। उसे मंडी खेड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से उसे नालहर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। यहां उसने एक मृत बच्चे को जन्म दिया।” आपको बता दें कि बहू अभी भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि परिवार ने बिना पोस्टमॉर्टम कराए बच्चे के शव को दफना दिया। एसपी ने कहा, “शिकायत के अनुसार हम तथ्यों की पुष्टि कर रहे हैं। कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के निवासी नसीर और जुनैद उर्फ जूना का बुधवार को कथित रूप से अपहरण कर लिया गया था। बाद में दोनों के शव हरियाणा के भिवानी के लोहारू में एक जली हुई कार में मिले। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जुनैद का पशु तस्करी का आपराधिक रिकॉर्ड था। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में पांच मामले भी दर्ज थे।