नागपुर- नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट में टीम इंडिया के स्टार स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एलेक्स कैरी का विकेट लेते ही इतिहास रच दिया। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 450 विकेट पूरा कर लिए। ऑफ स्पिनर ने अनिल कुंबले, ग्लेन मैक्ग्रा, शेन वॉर्न और नाथ लियोन को सबसे तेज 450 टेस्ट विकेट लेने के मामले में पीछे छोड़ दिया। उनके पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी विकटों का शतक पूरा करने का मौका है। रविचंद्रन अश्विन ने अबतक 89 टेस्ट में 450 विकेट पूरे किए। इस मुकाबले से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने 18 मैच में 89 विकेट लिए थे। ऐसे में 11 विकेट लेते ही कंगारुओं के खिलाफ 100 विकेट हो जाएंगे। वह ऐसा नागपुर टेस्ट में हीं कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें दोनों पारियों को मिलाकर 10 और विकेट लेने होंगे।
रोहित शर्मा ने रविचंद्रन अश्विन से पहले अक्षर पटेल और रविंद्र जडेजा से गेंदबाजी कराई। ऑफ स्पिनर को बतौर 5वां गेंदबाज इस्तेमाल किया। लंच से पहले उन्होंने 5 ओवर गेंदबाजी की। लंच के बाद भी उनसे पहले रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल से गेंदबाजी कराई गई। रविंद्र जडेजा ने 2 गेंद पर 2 विकेट झटके। मार्नस लाबुशेन और मैट रेनशॉ को लगातार दो गेंद पर पवेलियन भेजा। इसके बाद उन्होंने स्टीव स्मिथ को पवेलियन भेजा। रविचंद्न अश्विन को 11 वें ओवर में विकेट मिला।
रविचंद्रन अश्विन टेस्ट क्रिकेट में 450 विकेट लेने वाल दुनिया के 9वें और दूसरे भारतीय क्रिकेटर बने। सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के नाम है। उन्होंने 133 टेस्ट में 800 विकेट लिए हैं। वहीं अनिल कुंबले ने भारत के लिए सबसे ज्यादा 132 टेस्ट में 619 विकेट लिए हैं। 450 से ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की बात करें तो 9 में 5 स्पिनर्स हैं। इनमें से 4 क्रिकेटर्स अभी भी क्रिकेट खेलते हैं। ये 4 खिलाड़ी जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, नाथन लियोन और रविचंद्रन अश्विन हैं।