KNEWS DESK- बीते 10 अगस्त को लोकसभा में विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा था। विपक्ष ने कहा था कि कई सरकारी कंपनियों को सरकार ने बर्बाद कर दिया है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्ष जिन सरकारी कंपनियों (PSU) को बर्बाद करने का आरोप लगा रहा था, वो सभी फल-फूल रही हैं. यानी उन कंपनियों के शेयरों में शानदार तेजी देखी जा रही है।
सरकार ने इन कंपनियों को किया खराब
पीएम मोदी विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने दो सरकारी सरकारी कंपनियों का नाम भी लिया था, जिसको लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेरता रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष कहता था कि हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिडेट (HAL) को सरकार ने बर्बाद कर दिया। इसके अलावा LIC को लेकर झूठ फैलाने में विपक्ष पीछे नहीं था लेकिन हुआ इसका उल्टा। जिन कंपनियों को लेकर विपक्ष ने सवाल दागे थे, वो कंपनियों आज पहले ज्यादा आर्थिक तौर पर सेहतमंद हैं और निवेशकों को शानदार रिटर्न देने का काम कर रही हैं।
निवेशकों को मिला बेहतरीन रिटर्न
इसके अलावा पीएम मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा था कि जिन सरकारी कंपनियों पर विपक्ष सवाल उठाए, उसपर दांव लगा देना चाहिए क्योंकि ये जिसे बुरा कहते हैं, उसका भला ही होता है. पीएम मोदी द्वारा संसद में इस मसले का जिक्र किए करीब 25 दिन बीत चुके हैं। ऐसे में हमने ये जानने की कोशिश की है कि पीएम मोदी के संसद में बयान के बाद सरकारी कंपनियों का क्या हाल है? आंकड़े बताते हैं कि पिछले 25 दिनों में यानी पीएम मोदी के बयान के बाद सरकारी कंपनियों के शेयरों ने 40 फीसदी तक दमदार रिटर्न दिया है। मतलब, पीएम मोदी के बयान के बाद भी दांव लगाने वाले निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न मिला है।
Hindustan Aeronautics Ltd(HAL)- इस कड़ी में पहला नाम HAL का आता है, क्योंकि पीएम मोदी ने इसका उदाहरण दिया था. डिफेंस से जुड़ी इस सरकारी कंपनी के शेयर का दाम 10 अगस्त को 3,791 रुपये था, जो अब यानी 6 सितंबर को बढ़कर 3,973 रुपये हो चुका है. यानी इसमें करीब 5 फीसदी की तेजी आई है. इसने पिछले एक साल में दमदार 66 फीसदी रिटर्न दिया है। इसमें Mazagon Dock Shipbuilders Ltd, Shipping Corporation of India Ltd, Shipping Corporation of India Ltd (SCI), Indian Railway Finance Corp Ltd (IRFC), Rail Vikas Nigam Ltd (RVNL), Railtel Corporation of India Ltd, Life Insurance Corporation of India (LIC) कंपनियां शामिल हैं।