KNEWS DESK- जब से टाटा ग्रुप के पास एयर इंडिया गया तब से इससे जुड़ी कई खबरें सामने आई हैं। सामान्य सी बात है कोई भी चीज किसी के अंडर में आती है तो उसका मालिक फिर अपने हिसाब से उन चीजों को देखता है और बदलाव भी किया जाता है। अब टाटा ग्रुप एयर इंडिया को लेकर बड़ा बदलाव करने जा रहा है। वो बदलाव क्या है वो भी जानिए-
एयर इंडिया अपने मैस्कॉट यानी शुभंकर ‘महाराजा’ को टाटा कहने की तैयारी में है। इसका मतलब है कि बीते कई दशकों से एयर इंडिया की पहचान रहे ‘महाराजा’ को ब्रांड की पहचान के तौर पर जारी नहीं रखा जाएगा। एयर इंडिया का कारोबार टाटा ग्रुप ने पिछले साल अपने हाथों में ले लिया था। टाटा ग्रुप के नेतृत्व में एयर इंडिया अपनी रीब्रांडिंग, रीफर्बिशमेंट रणनीति पर काम कर रही है।
एयर इंडिया ले सकती है ये फैसला
एयर इंडिया ने ‘महाराजा’ को एयरलाइन की ब्रांड पहचान के तौर पर हटाने का फैसला इसलिए लिया है क्योंकि इसे लगता है कि समय के साथ बदलती जरूरतों के लिए ये शुभंकर अब ज्यादा एपिसोडिक नहीं रह गया है। एयर इंडिया मुख्य तौर पर बिजनेस ट्रैवलर्स और कॉरपोरेट एग्जीक्यूटिव्स के लिए प्रमुख एयरलाइन बनना चाहती है और इसे लगता है कि मैस्कॉट ‘महाराजा’ काफी सफल होने के बावजूद नए तरह के कस्टमर्स के लिहाज से उपयुक्त नहीं है।
पिछले साल से एयर इंडिया में हो रहे बदलावों में से एक बदलाव का ये हिस्सा है और इसे एयर इंडिया की रीब्रांन्डिंग के तौर पर उठाए जा रहे कदमों के तौर पर देखा जा रहा है। कंपनी का कहना है कि कंपनी भारत से बाहर के पैसेंजर्स के लिए भी पसंदीदा कैरियर बनना चाहती है। कंपनी के पैसेंजर्स का बड़ा तबका बिजनेस और कॉरपोरेट ट्रैवलर्स का है।
कंपनी का कहना है कि कंपनी का मैस्कॉट ‘महाराजा’ जो पगड़ी पहनता है और जिसकी बेहद बड़ी मूछें हैं, वो सफल ब्रांड आइकन होने के बावजूद अब समय के साथ बदलते यात्रियों के लिहाज से मेल खाता नहीं दिख रहा है।
‘महाराजा’ को कब बनाया गया था
‘महाराजा’ मैस्कॉट को साल 1964 में बॉबी कूका ने बनाया था और उस समय वो एयर इंडिया एयरलाइन के कमर्शियल डायरेक्टर थे। हालांकि लंदन की ब्रांडिंग एंड डिजाइनिंग कंसलटेंसी फर्म फ्यूचरब्रांड को जब एयर इंडिया की ब्रान्डिंग का काम सौंपा गया था, तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि कंपनी एयरलाइन की ब्रान्डिंग से जुड़े कुछ अहम बदलाव कर सकती है।