KNEWS DESK – पिछले साल ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘एनिमल’ से धूम मचाने के बाद, रणबीर कपूर जल्द ही नितेश तिवारी की बहुप्रतीक्षित माइथोलॉजी फिल्म ‘रामायण’ में भगवान राम के किरदार में नजर आने वाले हैं। यह फिल्म न केवल भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक मानी जा रही है, बल्कि इसका बजट और स्टारकास्ट भी बेहद भव्य है। फिल्म में रणबीर के साथ साउथ सिनेमा की लोकप्रिय अभिनेत्री साई पल्लवी माता सीता के किरदार में नजर आएंगी। यह उनका पहला हिंदी डेब्यू होगा, जिसे लेकर उनके प्रशंसक बेहद उत्साहित हैं।
‘भगवान राम’ का किरदार निभाना सपने जैसा
हाल ही में सऊदी अरब में आयोजित रेड सी फिल्म फेस्टिवल के दौरान रणबीर कपूर ने पहली बार ‘रामायण’ में अपने किरदार को लेकर बात की। उन्होंने कहा, “भगवान राम का किरदार निभाना मेरे लिए एक सपना सच होने जैसा है। इस भूमिका को पाकर मैं खुद को बेहद विनम्र और गर्वित महसूस कर रहा हूं। यह मेरे लिए एक खास अवसर है।”
रणबीर ने यह भी बताया कि उन्होंने फिल्म के पहले पार्ट की शूटिंग पूरी कर ली है और जल्द ही दूसरे पार्ट की शूटिंग शुरू करेंगे। उन्होंने कहा, “यह फिल्म दो भागों में बनाई जा रही है। मैंने पहले पार्ट की शूटिंग पूरी कर ली है और अब दूसरे पार्ट की शूटिंग जल्द शुरू होगी।”
फिल्म में दिखेगा भव्य कलाकारों का संगम
फिल्म में रणबीर कपूर और साई पल्लवी के अलावा कन्नड़ सुपरस्टार यश भी मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। यश फिल्म में रावण का किरदार निभाएंगे और वे इस प्रोजेक्ट के को-प्रोड्यूसर भी हैं। उन्होंने हाल ही में कहा, “रावण का किरदार तभी प्रभावी हो सकता है जब उसे सही तरीके से प्रस्तुत किया जाए। यह फिल्म भारतीय संस्कृति और मूल्यों को दर्शाने वाली एक अद्वितीय कहानी है।”
फिल्म का निर्देशन और रिलीज
इस भव्य प्रोजेक्ट का निर्देशन नितेश तिवारी कर रहे हैं, जो पहले भी ‘दंगल’ जैसी सुपरहिट फिल्में बना चुके हैं। फिल्म में अरुण गोविल और लारा दत्ता दशरथ और कैकेयी के किरदार में नजर आएंगे। वहीं, रिपोर्ट्स के मुताबिक, सनी देओल को हनुमान की भूमिका के लिए अप्रोच किया गया है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।
दिवाली 2026 और 2027 पर होगी रिलीज
यह फिल्म दो भागों में रिलीज की जाएगी। पहला पार्ट दिवाली 2026 और दूसरा पार्ट दिवाली 2027 में बड़े पर्दे पर आएगा। उम्मीद है कि यह फिल्म भारतीय सिनेमा के लिए एक नया मानदंड स्थापित करेगी और दर्शकों को महाभारतीय और रामायण की जड़ों से जोड़ने का काम करेगी।