KNEWS DESK… महिला आरक्षण बिल लोकसभा में भारी बहुमत से पास होने के बाद आज यानी 21 सितम्बर को राज्यसभा में पेश किया गया है. केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के द्वारा राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल को पेश किया गया है. जिसके बाद विपक्ष की तरफ से सबसे पहले कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने बोलना शुरू किया.जिसके बाद भाजपा नेता जगत प्रकाश नड्डा को बोलने का मौका दिया गया. जहां पर जेपी नड्डा ने रंजीत रंजन के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि शब्दों को लेकर अलग-अलग मतभेद हो सकता है.
दरअसल, भाजपा सांसद जेपी नड्डा ने कहा कि इस बिल से नारी को ताकत मिलेगी। रंजीता रंजन के सवाल को लेकर नड्डा ने कहा कि शब्दों को लेकर अलग-अलग मतभेद हो सकता है। नड्डा ने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि हमारे मन में धारणा बनी है कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कुछ कर रहे हैं तो कुछ एहसान कर रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। हमारी संस्कृति में महिलाओं का उच्च स्थान रहा है। हमने नारी को शक्ति के रूप में देखा।
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जानकारी के लिए बता दें कि भाजपा सांसद जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि हमें दुनिया समझाए कि लेडिज फर्स्ट? ये मजाक नहीं तो क्या है। हमारे यहां गौरी शंकर, सीता राम, राधे श्याम का चलन है। उन्होंने कहा कि यजुर्वेद काल में महिलाओं का बराबर मान दिया गया। चौथी शताब्दी में भी प्रभावती गुप्त बताती हैं कि महिलाओं का कितना गौरवशाली इतिहास रहा है। अहिल्याबाई होल्कर ने जिस तरह से मंदिरों का नवनिर्माण किया, वो बताता है कि हमारे समाज में महिलाओं की कितनी सामाजिक और आध्यात्मिक भागीदारी रही है।
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