BOLLYWOOD DESK : सतीश कौशिक के अचानक मौत ने उनके परिवार को तोड़ दिया है. सतीश तो अब इस दुनिया में नहीं रहें लेकिन अपने पीछे छोड़़ गए हैं कई सारी जिम्मेदारियां. अब उनके कंपनी और अपकमिंग प्रोजेक्ट्स को कौन संभालेगा और कौन बनेगा उनकी जयदात का मालिक….
सतीश कौशिक के अचानक मौत ने उनके परिवार को तोड़ दिया है. सतीश तो अब इस दुनिया में नहीं रहें लेकिन अपने पीछे छोड़़ गए हैं कई सारी जिम्मेदारियां. अब उनके कंपनी और अपकमिंग प्रोजेक्ट्स को कौन संभालेगा और कौन बनेगा उनकी जयदात का मालिक इसके बारे में निशांत कौशिक दिवगंत जो की एक्टर सतीश कौशिक के भतीजे हैं. वो ब्तायेंगे परिवार का अहम सदस्य होने के साथ-साथ निशांत सतीश कौशिक संग प्रोफेशनल लेवल पर भी जुड़े हुए थे. उन्होंने बताया की सतीश कौशिक ने उन्हें कभी अपना भतीजा समझा ही नहीं बल्कि वो तो उन्हें अपना बेटा मानते थे. बिलकुल पापा की तरह प्यार दिया है. इसके साथ ही वो मेरे करियर के सबसे बड़े मेंटॉर भी रहे हैं. उन्होंने मुझे करियर का सबसे बड़ा ब्रेक दिया है. उन्होंने मुझे सतीश कौशिक एंटरटेनमेंट का प्रोड्यूसर बनाया है. हम लगभग 12 साल से साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने मुझे इंडस्ट्री की कई सारी चीजें सीखाई हैं. अचानक से उनके चले जाने से मुझे तो ऐसा लग रहा है कि इस रास्ते में कैसे आगे जाऊं, अंधकार ही दिख रहा है. चाचा के दोस्तों बोनी कपूर, अनुपम खेर, सलमान खान, अशोक पंडित हमारे सपोर्ट के लिए खड़े हैं.
हां, कुछ इन-हाउस प्रोजेक्ट पर वर्कशॉप करना था, जिसमें वो एक्टिंग भी करने वाले थे, वो सब रह गए हैं. हमनें कई सारी बुक्स की राइट्स ले ली थी, जिसमें से हम कुछ बुक्स को टीवी शो के लिए पिच कर रहे थे. कुछ फिल्मों के राइट्स भी ले रखे थे. इसके अलावा उनके पांच नए आइडियाज पर हम काम करने वाले थे. वो पांचों के पांचो स्क्रिप्ट पर काम कर रहे थे. वो अपनी कंपनी की पर्सनैलिटी पर काम कर रहे थे. वो कंपनी को स्टूडियो बनाना चाहते थे. एसके स्टूडियो बनाने का प्लान था. फ्यूचर बहुत ही प्रॉमिसिंग लग रहा था, अगर हम इसी पेस के साथ काम कर रहे होते, तो वो आने वाले पांच साल में हमने जो टारगेट रखा था, उसे अचीव कर लेते. लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था.
चाचा संग अपनी लास्ट बातचीत पर निशांत कहते हैं, वो दिल्ली में थे. मैं मुंबई में.. उस दिन मेरी उनसे तीन बार कॉल पर बात हुई थी. सुबह में उन्होंने मुझसे कहा था कि उन्हें अच्छा नहीं लग रहा है. दोपहर में जब बात हुई, तो उन्होंने कहा कि मैं खाना खा रहा हूं, तुमसे थोड़ी देर में बात करता हूं. फिर शाम को हमारी यह बात के दौरान वो काफी थके हुए लग रहे थे. उन्होंने मुझसे कहा भी कि यार मेरा दिल कर रहा है कि मैं अभी ही फ्लाइट लेकर वापस आ जाऊं. मैंने कहा कि चाचा जी आप थके हुए हैं, आराम कर लो.. कल सुबह फ्लाइट लेकर आ जाओ.. तो उन्होंने भी कहा कि हां, सही कह रहा है.. मैं जल्दी सो जाता हूं और कल सुबह की फ्लाइट से आता हूं. उसके बाद जब मुझे कॉल आया.. तो पता चला कि सबकुछ खत्म हो चुका है. अब वो नहीं रहे…