KNEWS DESK- पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने कहा कि उनकी प्राथमिकता संदेशखाली में हालात को सामान्य करना है। उन्होंने कहा कि वे राजनैतिक कलह पर भरोसा करने के बजाय तथ्य खोजने की कवायद पर कायम रहेंगे। सी. वी. आनंद बोस ने कहा कि सच ये है कि वहां महिलाओं पर अत्याचार हुए हैं और उन्होंने वो देखा है। उन्होंने कहा कि जो इनपुट दिए गए हैं वे उस पर विचार करेंगे और निडर होकर फैसला करेंगे।
इस मामले पर राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन राजनैतिक हस्तक्षेप के बिना काम नहीं कर सकता है। संदेशखाली में बड़ी संख्या में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर जबरदस्ती जमीन हड़पने और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। राशन घोटाले के सिलसिले में पांच जनवरी को शाहजहां शेख के ठिकानों की तलाशी लेने गए प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर कथित तौर पर भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसके बाद से शाहजहां शेख फरार है।
राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस ने कहा कि “मैं देख रहा हूं, मैं जांच कर रहा हूं। मेरी प्राथमिकता ये है कि वहां सामान्य हालात स्थापित हो। मैं यहां राजनैतिक विवाद के लिए नहीं हूं। राजनेता अलग-अलग नजरिए रख कर रहे हैं, ये उन पर निर्भर है। राजभवन को संघर्ष से दूर रहना चाहिए। मैं इसके मानवीय पहलुओं को देखता हूं। सच ये है कि वहां महिलाओं पर बहुत अत्याचार हुए हैं और मैंने इसे खुद देखा है और मैं इसके बारे में आश्वस्त हूं। दोषारोपण का खेल शुरू करने के बजाय मैं तथ्य खोजने पर कायम रहना चाहूंगा। चेयरपर्सन की तरफ से दिए गए इनपुट भी मान्य हैं। मैं इस सब पर विचार करूंगा और राज्यपाल की तरफ से जो भी कार्रवाई की जाएगी, हम वो फैसले निडर होकर लेंगे। जो भी जरूरी होगा वो करेंगे।”