KNEWS DESK- उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में विधानसभा का मानसून सत्र 21 से 23 अगस्त 2024 तक आयोजित किया जाएगा। इस तीन दिवसीय सत्र को लेकर विपक्ष ने सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है।
अध्यक्ष का बयान
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने आज एक प्रेसवार्ता में कहा कि सत्र की अवधि का निर्णय सरकार द्वारा लिया जाता है। उन्होंने कहा, “सत्र कितने दिन चलेगा, इसका निर्णय सरकार के स्तर पर होता है। टैक्स पेयर के पैसे से सत्र चलता है, इसलिए इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाया जाए। सत्र की अवधि उस आधार पर तय की जाती है कि कितना बिजनेस होता है।” उन्होंने सभी विधायकों से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याएं उठाएं और सत्र के दौरान इन मुद्दों पर चर्चा करें।
सुरक्षा के इंतजाम
सत्र की तैयारियों के मद्देनजर, अध्यक्ष ने मुख्य सचिव और अन्य आला अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें सत्र के दौरान सुरक्षा को लेकर आवश्यक प्रबंधों पर चर्चा की गई। इस बैठक में, सत्र के दौरान सुरक्षा के लिए विशेष उपायों पर ध्यान दिया गया है ताकि विधायकों और अन्य उपस्थित व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
प्रश्नों की तैयारी
विधानसभा सचिवालय को अब तक पक्ष और विपक्ष के विधायकों की ओर से 480 से अधिक प्रश्न प्राप्त हो चुके हैं। इन प्रश्नों के जवाब तैयार करने के लिए विभिन्न विभागों से जानकारी जुटाई जा रही है। यह आंकड़ा सत्र की तैयारी के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है और दर्शाता है कि विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर गंभीरता से काम किया जा रहा है।
सरकार का एजेंडा
तीन दिवसीय सत्र में प्रदेश सरकार कुछ महत्वपूर्ण अध्यादेशों को सदन के पटल पर पेश करेगी। ये अध्यादेश विभिन्न विभागों की ओर से लाए गए प्रस्तावों और कानूनों से संबंधित होंगे, जिन पर विधायकों द्वारा चर्चा की जाएगी। विधानसभा सत्र की इस तैयारी ने साफ कर दिया है कि उत्तराखंड सरकार इस सत्र को प्रभावशाली और निष्पक्ष रूप से संचालित करने के लिए तत्पर है। सभी विधायकों को अपनी प्राथमिकताओं और समस्याओं को सदन में उठाने का अवसर मिलेगा, और सत्र के दौरान प्रदेश के विकास के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।
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