नई दिल्ली: केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित कई मंत्रियों ने विदेश में दिए गए बयान को लेकर आपत्ति जताते हुए कहा कि वायनाड के सांसद संसद में माफी मांगें, और सदन के अध्यक्ष से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की,
आपको बता दें कि बजट सत्र का दूसरा चरण आज (13 मार्च) से शुरू हो गया है, जो 6 अप्रैल तक चलेगा, इस दौरान लोकसभा में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच जमकर हंगामा हुआ,भाजपा ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के बयानों को लेकर उन्हें बुरी तरह घेराव किया,वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में राहुल के बयान का मुद्दा उठाया,
वहीं लोकसभा में रक्षा राजनाथ सिंह ने कहा कि इसी सदन के सदस्य राहुल गांधी ने लंदन में भारत का अपमान किया,साथ ही साथ कहा कि राहुल विदेश मे जाकर कह रहे है कि उनका माइक बंद कर दिया जाता है,ऐसा बिल्कुल नहीं है,वह झूठ फैला रहे है, राहुल के बयानों के हंगामे के बाद कार्यवाही 2बजे तक के लिए स्थागित कर दी गई है,
पीयूष गोयल ने भी स्पीकर से यह मांग की कि राहुल गांधी सदन में सभी से माफी मांगे,
वहीं स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि भारत में लोकतंत्र मजबूत है,और हो रहा है,
“लंदन में राहुल गांधी ने कहा कि सांसदों को संसद में बोलने की अनुमति नहीं थी। यह लोकसभा का अपमान है। इस बयान पर सदन के अध्यक्ष को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। हमारे लोकतंत्र का अपमान करने के लिए उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।”
कांग्रेस के अध्यक्ष खरगे ने मांगो को खारिज करते हुए कहा कि“मोदी जी के तहत कानून और लोकतंत्र का कोई शासन नहीं है, वे देश को तानाशाही की तरह चला रहे हैं, और फिर वे लोकतंत्र की बात करते हैं,”
आगे उन्होंने कहा कि “हम अडानी शेयरों के मुद्दे पर जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) के गठन की मांग कर रहे हैं, जब हम इस मुद्दे को उठाते हैं, तो माइक बंद हो जाते हैं और सदन में हंगामा शुरू हो जाता है,”
पीएम मोदी भी कर चुके हैं राहुल गांधी की आलोचना
पीएम मोदी भी इस बयान को लेकर राहुल गांधी की आलोचना कर चुके है,उन्होंने राहुल के द्वारा लंदन में दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि ‘भारत न केवल सबसे बड़ा लोकतंत्र है,बल्कि लोकतंत्र की जननी भी है,यह बहुत दुर्भाग्य की बात है कि विदेश में लोकतंत्र पर सवाल किए जा रहे है कुछ लोग बार-बार देश के लोकतंत्र पर सवाल खड़े कर रहे है,’