KNEWS DESK – हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को भाजपा आलाकमान द्वारा सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी न करें। यह निर्णय भाजपा के रणनीतिक हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, क्योंकि वर्तमान स्थिति में इन टिप्पणियों से पार्टी के वोटबैंक पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
आंदोलन को भी कांग्रेस का बताया षड्यंत्र
आपको बता दें कि विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने के बाद से बृजभूषण शरण सिंह ने उनके खिलाफ तीखी बयानबाजी की। उन्होंने न केवल इन पहलवानों की योग्यता पर सवाल उठाए बल्कि महिला पहलवानों के आंदोलन को भी कांग्रेस का षड्यंत्र बताया। बृजभूषण ने यह भी दावा किया था कि दिपेंद्र हुड्डा और उनके परिवार ने उनके खिलाफ साजिश रची और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद थे। उन्होंने शनिवार को कहा था कि कांग्रेस ने डब्ल्यूएफआई पर नियंत्रण और भारतीय जनता पार्टी पर हमले की अपनी साजिश में पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को मोहरे के तौर पर इस्तेमाल किया|
विनेश ने चुनाव प्रचार किया शुरू
विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने के बाद से हरियाणा में सियासी माहौल गर्म हो गया है। विनेश ने अब चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है, जिससे राजनीतिक माहौल और भी अधिक उबाल पर है। भाजपा के लिए हरियाणा में खेल और खिलाड़ियों का बड़ा महत्व है और ऐसे में पार्टी किसी भी तरह का जोखिम उठाने के पक्ष में नहीं है।
सूत्रों का कहना है कि हरियाणा में बीजेपी अपनी चुनावी रणनीति को लेकर बेहद सतर्क है और बृजभूषण शरण सिंह की टिप्पणियों से पार्टी की संभावित छवि को नुकसान पहुंचने से बचने के लिए उन्हें कोई भी विवादित टिप्पणी करने से रोकने का निर्णय लिया गया है। इस तरह के निर्देश से पार्टी की कोशिश है कि हरियाणा में चुनाव प्रचार में कोई विघ्न न आए और खेल के क्षेत्र में प्रतिष्ठित नेताओं की छवि को लेकर कोई विवाद न उत्पन्न हो।