KNEWS DESK… संसद के विशेष सत्र की आज यानी 18 सितम्बर से शुरूआत हो चुकी है. जोकि यह 22 सितम्बर तक चलेगा. संसद के विशेष सत्र की शुरूआत पीएम मोदी के भाषण से हुई. इस दौरान पीएम मोदी ने कई अहम बातें कहीं. पीएम मोदी ने कहा कि पुरानी संसद भवन से कई यादें जुड़ी हुई हैं यहां से जाना एक भावुक पल है. इसके अलावा पीएम मोदी ने चद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग और G-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन पर भी चर्चा की.
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने अपने भाषण के शुरूआत में कहा कि सदन में सभी ने अपना योगदान दिया. आजादी के बाद विद्धानों ने आशंकाएं व्यक्त की थी कि देश का क्या होगा लेकिन देश ने उन लोगों की आशंकाओं का गलत साबित कर दिया है. 75 सालों में सबसे बड़ी उपलब्धि ये रही है कि समान्य मानवीय का संसद के प्रति विश्वास अटूट हुआ है. इन 75 सालों में पंडित नेहरू से लेकर अभी तक जितने नेता हुए उनके गौरवगान का मौका है. सदन की ताकत से देश आगे बढ़ा है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने विश्वमित्र के रूप में दुनिया में अपनी जगह बनाई है. भारत की दोस्ती का दुनिया अनुभव कर रही है. सबका साथ सबका विकास विश्व मंत्र बन गया. महिला सांसदों ने भी सदन की गरिमा को बढ़ाया. G-20 शिखर सम्मेलन की सफलता भारत की सफलता है.
संसद पर पर नहीं बल्कि देश की आत्मा पर था-पीएम मोदी
संसद के बीते दिनों को याद करते हुए उन्होंने कहा तीन प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल में ही चले गए. उन्हें खोने की नौबत आई तो सदन ने अपने आंसू भी बहाए. इसके साथ ही पीएम मोदी ने लोकसभा स्पीकर्स का भी अभिनंदन किया और कहा कि सदन को सुचारू रूप से चलाने में सभी का योगदान रहा है. पीएम मोदी ने सदन के कर्मचारियों को भी नमन किया. संसद पर हुए हमले को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये घटना देश भूल नहीं सकता है. इस सदन में लोगों को बचाने के लिए अपने सीने पर गोलियां झेलीं मैं उनको भी नमन करता हूं. उन्होंने कहा कि ये हमला संसद पर पर नहीं बल्कि देश की आत्मा पर था.
पत्रकारों के काम को सराहा
पत्रकारों के बारे में बोलते हुए कहा कि संसद की कार्यवाही को लोगों तक पहुंचाने में पत्रकारों का भी योगदान रहा है. जिन पत्रकारों ने संसद को कवर किया शायद उनके नाम को नहीं जानते हों लेकिन उनके काम को भूला नहीं जा सकता.